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तेजस्वी का तंज-RJD के अपराधी अनंत सिंह JDU में जाकर संत हो गए हैं..

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PATNA- मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को मिले 15 दिनों के पैरोल को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि जब अनंत सिंह हमारे  साथ थे, तो वे अपराधी थे, लेकिन जब वह जदयू के साथ चले गए हैं तो वे संत हो गए हैं. मुंगेर लोकसभा चुनाव के ठीक पहले अनंत सिंह के जेल से निकाले जाने को लेकर भी उन्होंने तंज कसा है.

 दरभंगा दौरे पर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह समेत कई अन्य मुद्दों पर खुलकर बात की.  मीडिया के सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि जब अनंत सिंह हमारी पार्टी के साथ थे तो विरोधी यह कहते थे कि वे अपराधी हैं, लेकिन आज अनंत सिंह जदयू के साथ चले गए हैं तो वे संत हो गए हैं अब उनका स्वागत करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं.

 बताते चलें कि 15 दिन के पैरोल पर अनंत सिंह आज  जेल से बाहर निकले हैं, जहां वह मोकामा विधानसभा के विभिन्न मंदिरों में पूजा पाठ की है. रास्ते में जगह-जगह उनका  स्वागत हुआ है. राजद सुप्रीमो लालू यादव से मिलने के सवाल पर अनंत सिंह ने कहा था कि हम वहां काहे जाएंगे. जबकि 2022 में एनडीए की सरकार बनने से पहले अनंत सिंह और उनकी पत्नी नीलम देवी आरजेडी से ही ताल्लुक रखते थे. आरजेडी से नजदीकी की वजह से ही नीतीश कुमार उनसे नाराज रहते थे. इसी नाराजगी की वजह से उनके खिलाफ एक-47 बरामदगी मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की थी और बाद में उन्हें 10 साल की सजा हो गई थी, जिसकी वजह से उनकी विधायककी चली गई थी और फिर राजद ने नीलम देवी को उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया था और फिर जिताया भी था, लेकिन अब हालात बदल गए हैं. विधायक नीलम देवी विश्वास मत के दौरान राजद को छोड़कर नीतीश कुमार के साथ चली गई थी.

 2019 के चुनाव में वह ललन सिंह के खिलाफ महागठबंधन से प्रत्याशी थी लेकिन इस बार वह ललन सिंह का समर्थन कर रही है, और अनंत सिंह के वोटर को गोल बंद करने के लिए ही 15 दिन का पैरोल नीतीश सरकार ने दिया है. हालांकि पैरोल की वजह है जमीनी विवाद को सुलझाना बताया गया है, लेकिन चुनाव के दौरान सरकार का यह कदम राजनीतिक कदम ही माना जा रहा है जिसकी वजह से पक्ष विपक्ष के बीच वार और पलटवार भी हो रहा है.

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