बिहार में शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का तीसरा चरण चल रहा है. ऐसे में पेपर लीक कांड का मामला सामने आ गया है. दरअसल, यह खबरें सुबह से सुर्खियों में बनी हुई है कि बीपीएससी के माध्यम से तीसरे चरण में ली जा रही शिक्षक अभ्यर्थियों की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया है. वहीं, यह मामला अब और भी ज्यादा गहराता जा रहा है. ऐसा प्रतीत हो रहा कि, पेपर लीक का मामला अब सियासी रुप ले रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर बिहार सरकार को जबरदस्त सुना दिया है. साथ ही साथ बड़ी बात तक कह डाली है.
आखिर ऐसा क्यों हुआ ?
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिये सरकार को खूब सुना दिया है. तेजस्वी यादव ने लिखा कि, बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ ? इस सवाल के साथ-साथ तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष भी कर दिया है. तेजस्वी यादव ने दावा करते हुए लिखा कि, हमने 17 महीनों में 4 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ. हमने केवल 70 दिनों में दो चरण में 2 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की. शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 17 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली। सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई.
लाखों परीक्षार्थी हो रहे परेशान
बता दें कि, तेजस्वी यादव इतने पर ही नहीं रुके बल्कि आगे उन्होंने लिखा कि, अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ? तीसरे चरण में भी 1 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय हमारे कार्यकाल में हमने कराया था ? अब ये NDA सरकार इसे लटका, अटका और भटका क्यों रही है ? आपको यह भी बता दें कि, बिहार लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि हजारीबाग में पांच बैंक्वेट हॉल में करीब 300 अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले ही आंसर सीट उपलब्ध करा दिया गया. उन्हें प्रोजेक्टर पर सवाल के जवाब बताए गए.
इन परीक्षार्थियों को लिया हिरासत में
लेकिन, शुक्रवार को होने वाली परीक्षा में शामिल होने के पहले ही पुलिस ने इन परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया. परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है. बीपीएससी टीआरई- 3 पेपर लीक आशंका को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने बिहार और झारखंड के पांच मास्टरमाइंड को भी पकड़ा है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इनमें से दो लोगों को हजारीबाग से पकड़ा गया, जबकि तीन लोग बिहार के गया, नवादा और जहानाबाद जिले के रहने वाले हैं. बताया जा ईओयू की रिपोर्ट मिलने के बाद बीपीएससी टीआरई-3 परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है.
परीक्षा रद्द होने की संभावना
इधर सूत्रों की माने तो, परीक्षा के बाद जब पेपर का मिलान किया गया, तो पेपर हूबहू मिल गए. पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है. प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि एक अभ्यर्थी से 2 लाख में डील हुई थी. बिहार में शुक्रवार को यह परीक्षा दो पाली में हुई. बताया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी दो से पांच अलग-अलग बैंक्वेट हॉल में ठहरे थे. वहीं, इस खबर से शिक्षक नेताओं में भी गजब का आक्रोश देखने के लिए मिल रहा है. शिक्षक नेता परीक्षा रद्द होने की आशंका जता रहे हैं. साथ ही इसे लेकर आवाज उठाने की भी बात कर रहे हैं.