बिहार में बीपीएससी के माध्यम से तीसरे चरण में शिक्षकों की भर्ती को लेकर 15 मार्च को परीक्षा ली गई थी, जिसे बुधवार के रद्द कर दिया गया. पेपर लीक के कारण आखिरकार सरकार की ओर से उसे रद्द कर दिया गया. लेकिन, यह बात यही पर खत्म नहीं हुई बल्कि यह मामला सियासी रुप ले चुका है. इसे लेकर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को घेर लिया और इसके साथ ही जबरदस्त हमला भी बोल दिया है. दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिये तेजस्वी यादव ने जबरदस्त तंज कस दिया है.
तेजस्वी यादव ने किया पोस्ट
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, जब हम सत्ता पक्ष में थे तो 17 महीनों में 4 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी. किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक नहीं होने दिया. हमारे द्वारा स्वीकृत तीसरे चरण की एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा में हमारे हटते ही पेपर लीक हो गया. बिहार सरकार मानने को तैयार ही नहीं थी कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन आखिरकार मजबूत विपक्ष और परीक्षार्थियों की बुलंद आवाज के चलते मजबूर सरकार को पेपर रद्द करना पड़ा.
क्या कुछ था पूरा मामला
बता दें कि, इस मामले को लेकर लगातार बिहार पुलिस नए-नए खुलासे कर रही थी और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था, जिसके बाद आयोग द्वारा अंततः परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में बीपीएससी की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया गया है, जिसमें 15 मार्च को आयोजित दोनों पालियों की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. परीक्षा में शामिल होने बिहार आ रहे करीब 250 से 300 परीक्षार्थियों को हजारीबाग में शुक्रवार की सुबह हिरासत में लिया गया था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है. तीसरे चरण की शिक्षक बहाली का प्रश्न-पत्र कोलकाता स्थित प्रिंटिंग प्रेस से ही लीक हुआ.