राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई. जिसमें लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ रणनीति पर चर्चा हुई. इसके साथ ही कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा की गई. वहीं, बैठक के बाद सभी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपनी-अपनी बातें कही. लेकिन, इस प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए. दरअसल, अरविंद केजरीवाल का कहना था कि, केंद्र सरकार के अध्यादेश पर कांग्रेस रूख स्पष्ट करे नहीं तो उसके साथ किसी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे. जिसके बाद से विपक्षी एकता पर ग्रहण लगने की भी खबरें आने लगी है.
इस बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए. इस दौरान एयरपोर्ट पर ही मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया और अरविंद केजरीवाल की नाराजगी को लेकर सवाल किया. जिस पर उन्होंने कहा कि, कोई नाराजगी नहीं है. सारी बातें हो चुकी है. किसी को कुछ कहना नहीं है. बहुत ही अच्छे से मीटिंग हुई. आगे अगली बैठक शिमला में होगी. उसके बाद कैसे क्या रणनीति बनेगी, उस पर प्रोग्राम बनेगा, उस पर डिटेल में बातें होगी, उसके बाद सारी बातें सामने आएगी. हालांकि, इस दौरान तेजस्वी यादव देश के गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधने से नहीं चूके.
दरअसल, अमित शाह ने विपक्षी दलों की बैठक को लेकर कहा था कि पटना में फोटो शूट चल रहा है. जिस पर तेजस्वी ने कहा कि, वह लोग यही करते हैं. उन लोगों का यही काम है. हम लोग जनता के हित के लिए एकजुट हुए हैं. विपक्षी एकता की बैठक पर कहा कि, ऐतिहासिक बैठक हुई है. बिहार की धरती ज्ञान की धरती है. धरती लोकतंत्र की जननी है. पटना में इतनी बड़ी बैठक कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एकमत होकर गोल बंद होने का ऐलान किया. कोई अपने हित के लिए नहीं कर रहा है बल्कि जनता की मांग पर लोग एकजुट हुए हैं. अगला जो चुनाव है, वह जनता का चुनाव है. यह कोई विशेष व्यक्ति का चुनाव नहीं है. देशवासी के मुद्दे पर चुनाव होगा.