चुनाव से पहले बिहार के तमाम राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. जनता का वोट पाने के लिए राजनीतिक दलों की ओर से एड़ी-चोटी का जोड़ लगाया जा रहा है. इसी क्रम में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फुल फॉर्म में नजर आ रहे हैं. अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अब तेजस्वी यादव यात्रा पर निकलने वाले हैं. दरअसल, बिहार में नई सरकार के गठन के बाद अब तेजस्वी जन-जन तक पहुंचने के लिए 'जन विश्वास यात्रा' पर निकलेंगे. बता दें कि, तेजस्वी यादव की यह यात्रा 20 फरवरी से लेकर 29 फरवरी तक होना है, जिसको लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज है.
20 से 29 फरवरी तक होगी यात्रा
20 से 29 फरवरी तक होने वाली तेजस्वी यादव की यह यात्रा चर्चे में है. जानकारी के मुताबिक, इस यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव राज्य के विभिन्न इलाकों में 32 जनसभाओं को संबोधित करेंगे. राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन की माने तो, 20 फरवरी को तेजस्वी यादव अपनी यात्रा की शुरुआत मुजफ्फरपुर से करेंगे. वे इसी दिन सीतामढ़ी और शिवहर भी पहुंचेंगे, जहां जनसभा को संबोधित करेंगे. तेजस्वी 21 फरवरी को मोतिहारी, बेतिया और गोपालगंज और 22 फरवरी को सिवान, छपरा और आरा पहुंचेंगे. यात्रा के अंतिम दिन 29 फरवरी को तेजस्वी कटिहार, भागलपुर, बांका और जमुई पहुंचेंगे और आमसभा को संबोधित करेंगे.
10 दिनों की यात्रा बेहद अहम
आरजेडी प्रवक्ता की माने तो, पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की उपस्थिति में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह की अध्यक्षता में हुई जिलाध्यक्षों और जिला प्रभारियों की बैठक में 'जन विश्वास यात्रा' का निर्णय लिया गया था. इस यात्रा में उनके साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ ही महागठबंधन के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. कुल मिलाकर देखा जाए तो तेजस्वी यादव ने जबरदस्त प्लान बना लिया है. चर्चा यह भी है कि, तेजस्वी यादव ने इतनी बड़ी यात्रा का प्लान बस यूं ही नहीं बनाया है. लोकसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव चाहते हैं कि, तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय फलक पर किसी तरह से स्थापित किया जाए. बिहार में जब भी किसी नेता ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है तो उसने यात्राओं का सहारा जरूर लिया है. अब ऐसे में देखना लाजिमी होगा कि, तेजस्वी यादव की यात्रा का क्या कुछ जनता पर प्रभाव पड़ता है.