तेजस्वी प्रसाद यादव का बयान
जातिगत आधारित जनगणना ने नीतीश कुमार ने कराया था जिस पर तेजस्वी ने कहा
17 महीने में मैंने जो काम किया हुआ 17 साल में क्यों नहीं किया
इस विषय पर प्रधानमंत्री से मिलने का प्रस्ताव किसने विधानसभा में दिया था
प्रधानमंत्री ने जब मना किया तो राज्य सरकार अपने खर्चे पर या सर्वे कारण किसने प्रस्ताव दिया था सब लोगों ने देखा है
यह सब काम मैंने किया या विधानसभा में रिकॉर्ड है
भाजपा के लोग नहीं चाहते थे जाति आधारित जनगणना हो
प्रधानमंत्री को जो मैंने पत्र लिखा है उस पर आंकड़े दिया है वह अपने ज्ञान को बढ़ाएं इस पत्र को पढ़कर
प्रधानमंत्री अपना ज्ञानवर्धन कर ले मेरे पत्र को पढ़ कर
हमको धमकी दे रहे हैं बिहार में आकर यह कोर्ट से ऊपर हो चुके हैं क्या
एजेंसियों को इन्होंने अपने अंदर में रखा है जिनको जेल में बंद कर देना जिनको छोड़ देना खिलौना बना दिया है इन्होंने एजेंसियों को
प्रधानमंत्री के मन पर सीबीआई और ई डी काम कर रही है
यह बिहार है जिसने बिहार के युवाओं को नौकरी दी है उसे जेल में भेजना चाहते हैं
युवाओं से नफरत है इसलिए यह ऐसा काम कर रहे हैं
5 लाख बिहार में लोगों को नौकरी मिल किसका मैं जमीन ले लिया फालतू की बात करते हैं या लोग
10 साल कुछ किया नहीं भाइयों और बहनों करते रहते हैं
बिहार में आकर बकैती मत करें प्रधानमंत्री को काम का हिसाब देना होगा
34 साल के युवा से डर गए प्रधानमंत्री हिसाब देना होगा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नौकरी देने पर मुझसे सवाल किया था बाप के घर से पैसा लाएगा
अब मेरे रास्ते पर चलकर नौकरी देने के बाद क्यों कर रहे हैं
नीतीश कुमार के सहयोगी संजय झा अगर नीतीश कुमार की बात नहीं बोलेंगे तो एमपी कैसे बनते हैं