बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर आज नालंदा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने नालंदा खंडहर में शिरकत की और उसके बारे में पूरी जानकारियां ली. वहीं, राज्यपाल के साथ मौजूद आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने उन्हें नालंदा खंडहर के चप्पे-चप्पे पर ले गए और विस्तृत रूप से जानकारी दी. कड़ी धूप के बावजूद नालंदा खंडहर के बारे में जानकारी लेने की जिज्ञासा साफ तौर पर उनमें झलक रही थी.
वहीं, नालंदा खंडहर के भ्रमण के बाद राज्यपाल ने दर्श न्यूज के संवाददाता से बातचीत भी की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, इस धरोहर को देखकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. हमारे पूर्वजों ने यहां कितना बड़ा वैभव हम सभी के लिए खड़ा करके रखा है, इसे देखकर अचंभित हूं. हर एक को इसका ध्यान रखना चाहिए. हम लोगों ने मिलकर ही इसे नष्ट कर दिया है. साथ ही राज्यपाल ने यह भी कहा कि, आज भी यह शिक्षा का केंद्र है जिसे नई पीढ़ी को भी देखने और समझने के लिए आना चाहिए.
साथ ही यह भी कहा कि, हमारे अधिकारी इसकी रक्षा कर रहे हैं. यह बहुत अच्छी बात है. आने वाली पीढ़ी को जानकारी होनी चाहिए कि हमारा देश शिक्षा का केंद्र हुआ करता था. आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति, हमारा इतिहास कितना उज्जवल है, यह देखने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि, नालंदा शिक्षा का केंद्र रहा है और हमारी जिज्ञासा थी कि इस केंद्र को आकर एक बार नजदीक से देखें यही कारण है कि आज हम लोग प्राचीन विश्वविद्यालय को देखने के लिए पहुंचे हैं.