प्रयागराज की ज्योति मौर्य बेवफा क्या हुई पूरे देश में कई पुरुष अपनी पत्नियों को संदेह की निगाह से देखने लगे हैं. हाल ही में खबर आई थी कि प्रयागराज में पीसीएस की तैयारी कर रही कई महिलाओं को उनके पतियों के द्वारा घर बुला लिया गया है. अब ऐसा ही एक मामला जिले में भी सामने आया है, जहां एक पति ने प्रयागराज में रहकर प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना बुन रही और बीपीएससी की तैयारी कर रही अपनी पत्नी को वापस गांव बुला लिया है और अब पढ़ाई के लिए उस पर एक रुपया भी खर्च करने से इंकार कर रहा है. मजबूरन पत्नी थाने में पहुंची और पुलिस के समक्ष आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
थाने में घंटों चला मान मनौवल का दौर
थानाध्यक्ष ने फिलहाल पति को समझाया कि हर पत्नी एक जैसी नहीं होती लेकिन पति उनकी बात मानने को तैयार नहीं. पत्नी भी बार-बार यह कह रही है कि ऐसा नहीं है कि किसी एक पत्नी ने कोई गलत कदम उठा लिया तो देश की हर पत्नी ऐसा ही करेगी. लेकिन उसके इस बात का उसके पति पर कोई असर नहीं हो रहा. फिलहाल, थानाध्यक्ष ने पति को एक बार फिर इस मामले में विचार करने की बात कहते हुए थाने से घर जाने की सलाह दे दी.
2010 से ही तैयारी कर रही थी महिला
मिली जानकारी के अनुसार, मुरार थाना क्षेत्र के चौगाईं गांव निवासी पिंटू कुमार सिंह की शादी वर्ष 2010 में हुई थी. उसी वक्त से उनकी पत्नी को वह प्रयागराज में रखकर बीपीएससी की तैयारी करा रहे थे लेकिन पिछले दिनों ज्योति मौर्या नामक महिला के आईएएस अधिकारी बनने के बाद उसके पति आलोक मौर्या की हालत देखकर उन्होंने सख्त कदम उठाया और पत्नी को वापस बुला लिया. अब उनका कहना है कि वह पत्नी को पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं.
आखिरकार थानेदार ने लिया आवेदन
मामले को लेकर थानाध्यक्ष ने पति-पत्नी को तकरीबन घंटे भर समझाया लेकिन पति समझने को तैयार नहीं था. ऐसे में उन्होंने पत्नी से पति के खिलाफ आवेदन ले लिया. लेकिन फिर भी एक बार आपसी विचार-विमर्श से मामले को सुलझाने का आग्रह किया. उधर, इस घटना के बाद इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है.