DESK- बिहार की खुशी भारतीय वॉलीबॉल टीम को खुशी देने वाली है क्योंकि उसका चयन एशियन गेम्स में भारतीय टीम के लिए हुआ है.
औरंगाबाद के घंटी गांव की रहने वाली खुशी के भारतीय वॉलीबॉल टीम में चयन से पूरे बिहार के वॉलीबॉल के खिलाड़ी खुश हैं क्योंकि 50 साल के बाद किसी बिहार को नेशनल टीम में जगह मिला है. सूचना मिलने के बाद खुशी के घर पर बुद्धिजीवी हो और खेल प्रेमियों का आना लगातार जारी है और वह खुशी के साथ ही पूरे परिवार को बधाई और शुभकामना दे रहे हैं.
बताते चलें की खुशी इस मुकाम तक आने के लिए काफी कठिन और संघर्ष किया है. उसने गांव के लड़कों के साथ प्रैक्टिस की है. शुरू में गांव के लोग लड़कों के साथ प्रेक्टिस करने पर उस पर कई तरह के सवाल उठाते थे, पर आज गांव के भी लोग काफी खुश हैं.ख़ुशी गैंगटी गांव के स्वर्गीय संतोष सिंह के बेटी है।उसकी मां गृहणी हैं। खुशी की मां ने बताया कि वह पढाई के साथ खेल कूद में भी रूचि रखती थी। शुरुआत में वह कबड्डी खेलती थी। इंटर की पढाई के दौरान उसका चयन कॉलेज के वॉलीबाल टीम में हुआ जिसके बाद वह अपने बेहतर प्रदर्शन के बल पर विश्वविद्यालय स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता में भी शामिल हुई। विश्वविद्यालय स्तर पर भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहा और आज उसका चयन भारतीय टीम में हो गया।
भारतीय टीम में चयन होने पर खुशी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके इस मुकाम तक पहुंचने में परिजनों के साथ ही हर खेल प्रेमियों को श्रेय जाता है. उसने बताया कि सुविधाओं के अभाव में कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ा लेकिन उसने हार नहीं मानी और भारतीय टीम में शामिल होने का उसका सपना पूरा हुआ है. वह भारतीय टीम में शामिल होकर विदेश की धरती पर पूरी मेहनत करेगी अपने देश का नाम रोशन करेगी.
गौरतलब है कि खुशी का चयन 200 लड़कियों में हुआ है. उसकी हाइट ने भारतीय टीम में जगह बनाने में थोड़ा मदद किया है.खुशी की हाइट 136 सेंटीमीटर है.
खुशी के चयन पर बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण, निदेशक सह सचिव पंकज राज, बिहार बॉलीबाल संघ के सभी अधिकारियों व खिलाड़ियों ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की.