अररिया: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ राजनीतिक पार्टियां मैदान में कमर कस चुकी हैं तो दूसरी तरफ सनातन धर्म में पूजनीय एक संत ने भी चुनावी बिगुल फूंका है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद गो मतदाता संकल्प यात्रा के तहत बिहार में भ्रमण कर रहे हैं। उनकी यात्रा मंगलवार को अररिया पहुंची जहां फारबिसगंज के लक्ष्मी नारायण ठाकुरबाड़ी में उन्होंने लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपने अनुयायियों को गायों की रक्षा का संकल्प दिलाया साथ ही एक बार फिर बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा की। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद कहा कि सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है जब हम गौ माता का संरक्षण करेंगे। गौ रक्षा हमारी आस्था का विषय ही नहीं, बल्कि यह हमारे समाज और संस्कृति की भी आधारशिला है।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में केवल उसी प्रत्याशी को वोट दें, जो गौ रक्षा को लेकर स्पष्ट और दृढ़ संकल्पित हों। उन्होंने कहा कि मैं सभी राष्ट्रीय पार्टी के दिल्ली कार्यालय पर जा कर पूछा कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए अपना पक्ष लोक सभा सदन में रखिए और अपने पक्ष को बताइए लेकिन अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक अपना पक्ष गौ माता के विषय में नहीं बताया। इसलिए मजबूरी में बिहार विधानसभा चुनाव में गौ भक्त प्रत्याशी उतारना पड रहा है। शंकराचार्य जी ने यह भी घोषणा की कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में सभी विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे। नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद औपचारिक रूप से यह बताया जाएगा कि कौन उम्मीदवार उनकी तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं।
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी महाराज ने कहा कि जो सच्चे सनातनी हैं वह राजनीति को लफड़ा समझते हैं और राजनीति करने वाले लोग उनके सामने आ जाते हैं। उन्हें अपने में गिना लेते हैं जबकि भारत में कोई भी राजनीतिक दल ऐसा नहीं है, जो सनातनी राजनीति करते हो। राजनीतिक दल अपने को सनातनी कह रहे हैं लेकिन उनका आचरण सनातनी नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि यदि यदि कोई पार्टी अपने को सनातनी कह रही हैं तो फिर राज्य में गौ हत्या क्यों हो रही, गंगा क्यों बांटी जा रही, हिन्दू धर्म का अपमान जगह जगह क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल गौ हत्या करने वालों से चंदा ले रही है, इसलिए कुछ नहीं कह रहे।
पशु वधशाला के लिए लाइसेंस और सब्सिडी दी जा रही। उन्होंने कहा कि अररिया पहुंचने पर पता चला कि यहां गौ हत्या नहीं रुक रही पहले एक पशु वधशाला था और अब तीन से चार पशु वधशाला हो गए हैं। गाय को काटने के नाम पर राजनीति हो रही है, लेकिन गाय को बचाने के लिए राजनीति नहीं हो रही। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी महाराज ने बिना प्रधानमंत्री का नाम लिए कहा कि उन्होंने बहुचर्चित वक्तव्य दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि गुलाबी रंग को देखकर उसके सीने में दर्द होता है। सनातनियों ने उस पर विश्वास जताया लेकिन 12 सालों में गौ हत्या नहीं रुकी, उल्टे गौ रक्षकों को गुंडा करार दे दिया गया।
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अररिया से अरुण कुमार की रिपोर्ट