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नए SP चंद्र प्रकाश से जमुई वासियों को काफी उम्मीदें, जाने क्या है उनकी प्राथमिकता...

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Jamui -मरीजों की नब्ज टटोलकर अपराध की सर्जरी करने वाले पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन की विदाई  और नवपदस्थापित एस पी चन्द्र प्रकाश के पदभार संभालते ही जमुई पुलिस विभाग का एक नया चैप्टर शुरू हो गया है। जमुई में योगदान देते ही एस पी चन्द्र प्रकाश ने पकरी गांव में निर्माणधीन मेडिकल कॉलेज से हो रहे सरिया के घपले का खुलासा करते हुए 6 लोगो को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पिस्टल का भय दिखाकर लूटपाट करने वाले दो अपराधी को पिस्टल और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया।
अपराध के नाम जीरो टॉलरेंस की नीति को प्रभावी ढंग से लागू कर निवर्तमान एसपी शौर्य सुमन बेतिया जिले में अपनी सेवा दे रहे हैं लेकिन उनके बाद जमुई में पुलिस कप्तान की कुर्सी संभालने पहुंचे IPS अधिकारी चन्द्र प्रकाश के समक्ष कई चुनौतियां हैं । यहां की पब्लिक में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रखना, अपराध, खनन, शराबबंदी और सामाजिक व्यवस्था को सुधारना चुनौतियों में शामिल है। नवपदस्थापित एस पी चन्द्र प्रकाश के पुलिसिया रिकॉर्ड में इन्हे कड़क मिजाज और तल्ख तेवर वाले अधिकारी के रूप में देखा जाता रहा है। इसलिए यहां के लोगों को इसे काफी उम्मीदें हैं.
 नव पदस्थापित एसपी चन्द्र प्रकाश ने बताया कि, जिले में शराब, पशु, मादक पदार्थ की तस्करी पर रोक लगाने के लिए विशेष टीम बनेगी। इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी  को लेकर विशेष अभियान चलाए जाएंगे। नए कानून के तहत अपराधियों को सजा दिलाने का कार्य किया जायेगा।  हालांकि, अपने दावे और जनता की कसौटी पर नवपदस्थापित एसपी चन्द्र प्रकाश कितना खरा उतरेंगे,इसका परिणाम भविष्य के गर्भ में है।
बताते चलें कि  जमुई जिले के नए पुलिस कप्तान चंद्र प्रकाश 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले वो पटना मध्य में बतौर पुलिस अधीक्षक और उससे पहले भोजपुर जिले में पुलिस पदाधिकारी के रूप में योगदान दे चुके हैं।  संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित  सिविल सेवा परीक्षा 2018 के फाइनल परिणाम में आल इंडिया 440 वां रैंक हासिल करने वाले एस पी चन्द्र प्रकाश सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अंतगर्त सलखुआ प्रखंड के कोपरिया पंचायत स्थित माठा गांव के मूल निवासी हैं। चन्द्र प्रकाश के दादा मलेरिया डिपार्टमेंट में जिला स्तरीय पदाधिकारी थें। पिता वर्तमान में कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष हैं। उनके पिता के नाना स्वर्गीय जिया लाल मंडल, स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी थे। स्वतंत्रता भारत में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के प्रथम विधायक एवं खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के दो टर्म सांसद रह चुके हैं। 

चंद्रप्रकाश ने IPS की वर्दी  के लिए 18 लाख सालाना पैकेज देने वाले एक निजी कम्पनी की नौकरी छोड़ दी। बाल्यकाल से ही पढ़ाई के प्रति संवेदनशील रहने वाले चन्द्र प्रकाश ने डीएवी श्यामली रांची से उच्चतर माध्यमिक की परीक्षा पास कर इंटेरेंस परीक्षा के रास्ते आईआईटी कानपुर में अपने प्रतिभा का परचम लहराया। कैंपस सलेक्शन में 18 लाख सलाना पैकेज पर एक निजी कम्पनी के नौकरी को छोड़कर अपने करियर को आई पी एस की ओर रुख किया।  खबर है कि , इन्होंने अपने कंधे पर सितारे सजाने के लिए सेल्फ स्टडी के दम पर सिविल सर्विसेस की दहलीज लांघ दी ।  इनकी कार्यकुशलता, विद्वता और कर्तव्यनिष्ठ जैसे व्यक्तित्व के आधार पर जिलेवासियों की उम्मीदें एस पी चन्द्र प्रकाश से बढ़ गई हैं।

जमुई से धनंजय की रिपोर्ट 

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