बिहार में भ्रष्टाचार अब मानो चरम पर है. बच्चों के मिड डे मील को लेकर आये दिन शिकायत आती रहती है. इस बीच अब बच्चों के निवाले पर आफत आ गई है. बच्चों का निवाला छीना जा रहा है. जी हां, दरअसल, यह मामला छपरा के एक स्कूल से जुड़ा है जहां की प्रधानाध्यापिका पर बच्चों के खाने के लिए आये चावल को चुराने का आरोप लगाया गया है. जब इसके बारे में ग्रामीणों को पता चला, तब उनके द्वारा खूब हंगामा और बवाल काटा गया. जिसके बाद पुलिस स्कूल में पहुंची और पूरे मामले की जांच में जुटी.
ई-रिक्शा से ढोए जा रहे थे चावल
इस पूरे मामले के बारे में बताया जा रहा है कि, नगरा प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय भीखमपुर की प्रधानाध्यापिका बिंदु देवी मिड डे मील के लिए आये चावल को बेचने के फिराक में थी. चावल को बेचने के लिए ई-रिक्शा से ले जाया जा रहा था. लेकिन, जैसे ही ग्रामीणों से ई-रिक्शा से चावल की बोरियों को ढोते हुए देखा, उन सभी हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके साथ ही जमकर बवाल काटा. लोगों का कहना था कि, प्रिंसिपल बिंदु देवी चावल को बाजार में बेचने के लिए ई-रिक्शा से भेज रही थी, जिसका हम सब ने विरोध किया.
मामले में की जाएगी जांच
ग्रामीणों के हंगामे और बवाल के बाद यह मामला खैरा थाने की पुलिस तक पहुंचा. मामले की सूचना पाते ही स्थानीय पुलिस स्कूल में पहुंची और मामले में जांच-पड़ताल शुरू कर दी. वहीं, इस मामले में प्रधानाध्यापिका बिंदु देवी का कहना है कि, बोरियों में रखे चावल खराब हो रहे थे, जिसको बदलवाने के लिए भेजा जा रहा था. हालांकि, जब इस मामले में एमडीएम प्रभारी से बातचीत की गई तब उनका कहना था कि, इस तरह चावल बदलने का कोई नियम नहीं है. पूरे मामले की जांच की जायेगी.