पटना: कृषि विभाग द्वारा राज्यस्तरीय वासंतिक (रबी) कार्यशाला सह किसान सलाहकारों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज बापू सभागार, पटना में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस अवसर पर लगभग 4000 किसान सलाहकारों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का स्वागत भाषण कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने दिया। उन्होंने किसान सलाहकारों की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पंचायत स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, तकनीकी प्रसार और किसानों की आय वृद्धि में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि किसान सलाहकार कृषि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी से कृषि योजनाएँ जमीनी स्तर तक पहुँच रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने और आधुनिक तकनीकों को अपनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है, जिसमें किसान सलाहकारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
किसान सलाहकार योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 से किसान सलाहकारों का मानदेय 13,000 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 21,000 रुपये प्रतिमाह किए जाने की सराहना की। मानदेय में यह 8,000 रुपये की वृद्धि किसान सलाहकारों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि किसान सलाहकार किसानों और विभाग के बीच सेतु की तरह कार्य कर रहे हैं। पंचायत स्तर पर उनकी सक्रिय भूमिका से प्रगतिशील किसानों का नेटवर्क तैयार हो रहा है और उन्नत कृषि तकनीकों का प्रसार तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लिया गया हालिया निर्णय किसान सलाहकारों के हित में होने के साथ-साथ राज्य की कृषि प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
विजय सिन्हा ने कहा कि किसान सलाहकारों का परामर्श और उनकी जिम्मेदारी लगातार विस्तारित हो रही है। पंचायत स्तर से लेकर जमीनी स्तर तक, कृषि प्रसार और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उनकी भूमिका सराहनीय है। उनके माध्यम से न केवल कृषि तकनीक का त्वरित विस्तार हो रहा है, बल्कि प्रशिक्षण उपरांत मानव संसाधन का उपयोग और कृषि ज्ञान आधारित रोजगार का सृजन भी संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान सलाहकारों की कार्यक्षमता को और मजबूत करेगी ताकि राज्य की कृषि को नई गति और दिशा प्रदान की जा सके।
कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी किसान सलाहकारों की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में उनकी भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। सरकार द्वारा मानदेय वृद्धि और कार्यावधि विस्तार से उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा राज्य में कृषि के सतत विकास और किसानों की आय वृद्धि में निश्चित रूप से योगदान मिलेगा।
इस कार्यक्रम में राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष रूपनारायण मेहता , कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे