खबर बेगूसराय से है जहां कुछ दिनों पहले श्री कृष्ण महिला कॉलेज का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था. इस वीडियो में होम साइंस की शिक्षिका बच्चों से पैसे ले रही थी. जिसको लेकर कहा जा रहा था कि, बच्चों से प्रैक्टिकल के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं. लेकिन, वीडियो को लेकर जब जांच की गई तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई. दरअसल, उस वायरल वीडियो में होम साइंस की शिक्षिका डॉ. शिखा चौधरी और कॉलेज के प्राचार्य विमल कुमार से जानकारी ली कि, आखिर किस बात के पैसे छात्रों से लिए जा रहे थे.
जिस पर प्राचार्य विमल कुमार ने बताया कि, यह सब उनके सिलेबस में है और प्रैक्टिकल में उन्हें समोसा और चाय बनाना था. दरअसल, छात्राएं घर से सामान नहीं ला सकती है, इसीलिए उनसे 50-50 रुपये लिए जा रहे थे और सारी सुविधा कॉलेज में ही मुहैया कराई जा रही थी. लेकिन, अब सवाल यह उठ रहे हैं कि जब श्री कृष्ण महिला कॉलेज में छात्रों के फीस के नाम पर रुपए लिए जाते हैं तो प्रैक्टिकल के नाम पर किस बात के पैसे लिए जा रहे थे ?
बता दें कि, वायरल वीडियो में छात्रा से पैसे लेते हुए होम साइंस की शिक्षिका डॉ. शिखा चौधरी दिखाई दे रही थी. डॉ. शिखा चौधरी ने बातचीत के दौरान कहा कि, महिला कॉलेज में छात्रों के द्वारा नहीं फीस ली जाती है और प्रैक्टिकल के लिए छात्रों से ही नहीं बल्कि वह खुद और अन्य शिक्षिका ने भी अपनी-अपनी तरफ से सहयोग राशि दे चुकी हैं. दर्श न्यूज़ की टीम ने प्रैक्टिकल लैब जाकर भी देखा. जहां सभी छात्राएं कुछ न कुछ खाने की चीज बना रही थी.