पटना: बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न होने और नई सरकार के गठन के बाद 1 दिसम्बर से सदन की कार्यवाही शुरू की जाएगी। सदन की कार्यवाही से पहले शनिवार को राजधानी पटना में तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर महागठबंधन की बैठक की गई। बैठक में मुख्य रूप से सदन में मुद्दों पर एकजुटता के साथ आवाज उठाने की बातों पर चर्चा की गई साथ ही सभी दलों की सहमति से तेजस्वी यादव को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना गया।
बैठक के बाद बाहर निकले महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि हमारी संख्याबल इस बार विधानसभा में काफी कम है ऐसे में जरूरी है कि हम सब एकजूट हो कर रहें और जरुरी मुद्दों पर जोरशोर से आवाज उठा सकें। इन्हीं बातों को लेकर बैठक की गई थी। इस दौरान यह भी चर्चा की गई कि बिहार में चुनाव निष्पक्ष तरीके से संपन्न नहीं कराई गई बावजूद इसके महागठबंधन मजबूती से जनता के मुद्दों पर आवाज उठाता रहेगा।
नेता प्रतिपक्ष चुने गए तेजस्वी
बैठक के बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की गई। कांग्रेस के सभी विधायक दिल्ली में हैं लेकिन फिर भी दो विधायक आये थे। बैठक में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुना गया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के द्वारा हार का ठीकरा राजद पर फोड़े जाने के सवाल पर कहा कि ये बातें औपचारिक नहीं है। अभी तक इस मामले में कोई पुख्ता बयान सामने नहीं आया है इसलिए इस पर कुछ भी कहना सही नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के विधायकों के मजबूती से महागठबंधन में रहने के सवाल पर कहा कि बिल्कुल साथ रहेंगे। इस चुनाव में जादू टोना हुआ है, चुनाव आयोग की निगरानी में धांधली की गई है और इस चुनाव के बाद बिहार के हित में जो भी बातें होंगी उसको लेकर जो भी बातें होंगी हमलोग एकजुट हो कर मजबूती के साथ सदन और सदन के बाहर आवाज उठाएंगे।
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हुई है वोट लूट
राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि विधानसभा का सत्र एक दिसम्बर से शुरू हो रहा है। सत्र शुरू होने से पहले हमलोग विधायकों के साथ बैठक की और हमने विधायक दल की बैठक में चुनाव परिणाम पर भी विश्लेषण किया। इस दौरान सामने आया कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से नही हुआ है और चुनाव आब्जर्वर की निगरानी में वोट लूट की गई है। इन लोगों ने मशीन में बदलाव कर वोटों की हेराफेरी की, चुनाव के दौरान भाजपा ने धनतंत्र का जो उपयोग किया है वह कल्पना से परे है। बैठक में सभी दलों के नेता मौजूद थे और इस दौरान सभी लोगों ने एकजुटता से मुद्दों पर आवाज उठाने की बात कही।
उपेंद्र कुशवाहा का बेटा अबोध है
उन्होंने कहा कि लोगों ने चुनाव में वोट किसी को दिया और निकला किसी और के पास। इस दौरान उन्होंने राजद और कांग्रेस के बीच दरार के सवाल पर कहा कि अनौपचारिक रूप से कौन क्या बोल रहा है इसका जवाब संभव नहीं है। जब तक औपचारिक रूप से बात सामने नहीं आती है तब हम उस पर कुछ भी नहीं बोल सकते हैं। जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक हम यही मान कर चल रहे हैं कि महागठबंधन के प्रति उनकी भावना वही है जो पहले थी। आज भी सबने एकसाथ संकल्प लिया है कि सदन के अंदर और सदन के बाहर भी हमलोग मजबूती से एकसाथ रहेंगे। राजद प्रदेश अध्यक्ष ने उपेंद्र कुशवाहा के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे तो परिवारवाद के खिलाफ लड़ते थे, अब उनकी खुद की नैतिकता कहां चली गई। खुद राज्यसभा में हैं, पत्नी को विधायक बना दिए, बेटे को मंत्री बना लिए। उनकी पत्नी और बेटा दोनों ही राजनीति से अलग रहने वाले थे फिर भी उन्हें पदों पर बैठा दिए।
कांग्रेस का दावा 'एकजुट रहेगा विपक्ष'
इस दौरान कांग्रेस की तरफ से प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे MLC समीर सिंह ने कहा कि हमलोगों ने एकजुटता का परिचय दिया है और तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुना है। बैठक में हमलोगों ने चुनाव परिणाम पर भी चर्चा की और यह सामने आया कि बिहार में चुनाव निष्पक्ष नहीं हुआ है। फिर भी हमें जो जनादेश मिला है उसके अनुसार हमलोग एकजुट हो कर सदन के बाहर और अंदर मुद्दों को उठाएंगे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर कहा कि सभी विधायक अभी दिल्ली में हैं और यह बैठक अचानक बुलाई गई तो जो लोग पटना में मौजूद थे वह आये हैं।
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पटना से दक्षा प्रिया की रिपोर्ट