छठ महापर्व की शुरुआत आज नहाय-खाय से हो गई है. जितने भी छठव्रती हैं वे आज गंगा स्नान करने के बाद भगवान भास्कर को प्रणाम कर कद्दू-भात का भोग लगायेंगे और संकल्प लेकर प्रसाद करेंगी. जब कभी भी राजधानी पटना में छठ की बात होती है तो ऐसे में राबड़ी आवास का जिक्र होता ही है. दरअसल, यही एक पर्व है, जिसमें पूरा लालू परिवार एक साथ दिखता है. लेकिन, इस बार ऐसा नहीं होने वाला है. इस बाद राबड़ी आवास में हलचल की जगह सन्नाटा पसर गया है. इस बार राबड़ी आवास में छठ की रौनक नहीं दिखेगी. परिवार के सभी सदस्य पटना में मौजूद भी नहीं हैं.
पिछले साल भी नहीं हुआ था छठ
बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बड़े ही धूम-धाम और आस्था के साथ छठ का त्योहार पूरे परिवार के साथ मनाती हैं. लेकिन, पिछले साल से ऐसा नहीं हो पा रहा. दरअसल, पिछले साल राजद सुप्रीमो लालू यादव के किडनी की बीमारी के कारण राबड़ी आवास पर छठ का त्योहार नहीं मनाया गया था. हालांकि, इस बार लालू यादव पहले की तरह ही पूरी तरह ठीक हैं लेकिन पूरा का पूरा परिवार शहर से बाहर है. जिसके कारण इस बार भी राबड़ी आवास में छठ की रौनक नहीं दिखेगी. गुरुवार को ही लालू यादव और तेजस्वी यादव कोलकाता के लिए रवाना हो गए, जहां वे बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे की शादी में शरीक होंगे.
कभी पूरा लालू परिवार एकजुट होता था
इधर, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव भी कोलकाता में ही हैं. ऐसे में इस बार भी राबड़ी आवास पर छठ की रौनक नहीं दिखेगी. बता दें कि, छठ हो या होली, इस मौके पर राबड़ी आवास पर उनका पूरा परिवार कभी एकजुट होता था. बाहर रहने वाली बेटियां भी पहुंचती थीं. खास कर छठ के मौके को कोई नहीं छोड़ता था. मीसा भारती, रोहिणी आचार्य और लालू-राबड़ी की बाकी बेटियां भी पूजा के इस मौके पर एक साथ दिखती थीं. मंत्री और विधायकों के साथ पार्टी से जुड़े लोग भी राबड़ी आवास पर छठ का प्रसाद खाने के लिए जुटते थे. लेकिन, पिछले साल से ही ऐसा कुछ नहीं हो पा रहा. छठ पर्व जैसे त्योहार पर पूरा लालू परिवार शहर से फिलहाल बाहर है.