Patna- ऐसा लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह की जगह लेने वाले ब्यूरोक्रेट नेता की खोज कर ली है, क्योंकि
पटना के पूर्व डीएम और उड़ीसा कैडर के 2000 बैच के IAS अधिकारी मनीष वर्मा को जदयू की सदस्यता दिलाई गई है.
आज पटना में आयोजित एक समारोह में पूर्व आईएएस मनीष वर्मा ने जदयू की सदस्यता ली है. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री विजय चौधरी ने उन्हें JDU की सदस्यता दिलाते हुए और जेडीयू स्वागत किया, अगले कुछ दिनों में मनीष वर्मा को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा हो रही है.
बताते चलें कि पूर्व आईएएस मनीष वर्मा का पुश्तैनी घर गया जिला में है लेकिन उनका परिवार काफी दिनों से नालंदा में ही रहता है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से वे खासे प्रभावित हैं. उड़ीसा कैडर में रहने के बावजूद नीतीश कुमार के कहने पर वे बिहार आ गए थे. उन्होंने पटना के डीएम समेत कई अहम पद की जिम्मेवारी संभाली थी. सरकार में काम करने के दौरान हुए नीतीश कुमार से काफी प्रभावित हुए और फिर उनसे सलाह के बाद प्रशासनिक सेवा से अनिवार्य सेवानिवृत्ति ले ली. वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परामर्शी के रूप में लगातार काम कर रहे थे और अब उन्होंने जदयू की सदस्यता ले ली है. अगले कुछ दिनों में पार्टी में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
बताते चलने कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भी काम के करने के दौरान नीतीश कुमार से प्रभावित हुए थे और बाद में वे उनके साथ हो गए थे. वे कई सालों तक वह पार्टी में नंबर दो की तरह काम कर रहे थे. नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया था, लेकिन बाद में केंद्र की मोदी कैबिनेट में शामिल होने के मुद्दे पर दोनों के बीच मतभेद पैदा हुए और फिर आरपी सिंह बीजेपी के साथ चले गए और आजकल वो राजनीतिक परिदृश्य से गायब दिख रहे हैं.