दुर्गापूजा के बाद से त्योहारों की झरी लग गई है. कुछ ही दिनों में दिवाली आने वाली है, जिसको लेकर लोगों की ओर से पूरी तैयारियां की जा रही है. वहीं, दिवाली में ज्यादातर लोगों के लिए सबसे अहम और खास होते हैं पटाखे. पटाखों के बिना दिवाली कहीं ना कहीं अधूरी मानी जाती है. लेकिन, पटाखों से कई बार वातावरण प्रदूषित हो जाने के कारण लोगों के पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिए जाते हैं और इस बार की भी दिवाली पर कुछ ऐसा ही गाइडलाइन्स जारी कर दिया गया है. दरअसल, बिहार के 4 ऐसा शहरों के लिए गाइडलाइन्स जारी किया गया है, जहां पटाखे जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है.
बिना आतिशबाजी के ही मनेगी दिवाली
बता दें कि, इन चार शहरों में बिना आतिशबाजी के ही दिवाली मनने वाली है. इन चार शहरों में राजधानी पटना के अलावा मुजफ्फरपुर, गया और हाजीपुर शामिल है. इन सभी के लिए बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से सूचना दी गई है कि, इस बार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिवाली पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है. वहीं, बात करें अन्य शहरों की तो वहां कुछ शर्तें जारी किये जायेंगे और उसी के आधार पर आतिशबाजी होगी. खबर यह भी है कि, केवल ग्रीन पटाखों की अनुमति अन्य जगहों पर मिलेगी. बोर्ड के द्वारा साफ तौर पर बताया गया कि, पटाखों में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के रसायन और भारी धातुओं से कई तरह के वायु और ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न होते हैं. जो लोगों के लिए हानिकारक है.
पटाखा कारोबारियों को सख्त हिदायत
बता दें कि, जो नियम बताये गए हैं उसे लेकर पटाखा कारोबारियों को सख्त हिदायत दी गई है. नियम का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आ रही वैसे-वैसे पटाखा कारोबारियों की सक्रियता बढ़ गई है. जिसको लेकर पहले ही नियम बता दिए गए हैं. हालांकि, ग्रीन पटाखे लोग जला सकते हैं. बता दें कि, पटना, भागलपुर, पूर्णिया समेत कई जिलों का AQI लेवल दिवाली से पहले ही खराब होता जा रहा है. इधर, बिहार में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस बीच कुछ शहरों में कड़ा प्रतिबंध आतिशबाजी को लेकर लगा दिया गया है.