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रोहतास में इस बार 'डिजिटल' होंगे लंकेश, कुंभकर्ण-मेघनाथ हंसेंगे, बोलेंगे और हिलेंगे भी, फिर रिमोट से होगा दहन

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बिहार के रोहतास में लगभग 112 सालों से चली आ रही रावण दहन की परंपरा इस बार भी कायम है. लेकिन, सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार के लंकेश पूरी तरह से डिजिटल होंगे यानी लंकेश बोलेंगे भी, हसेंगे भी और इसके साथ-साथ उनका दहन इस बार रिमोट कंट्रोल से होगा जिसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. दअरसल, जिले के डालमियानगर में सबसे बड़े रावण वध कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. ऐसे में रावण दहन इस वर्ष विशेष है. आयोजकों की माने तो एसपी प्रति वर्ष रोहतास क्लब मैदान में पहुंचकर रावण दहन की प्रक्रिया पूरी करते हैं. जिला स्तरीय रावण दहन होने के कारण काफी दूर-दूर के श्रद्धालु मैदान में पहुंचकर रावण दहन प्रक्रिया का आनंद लेते हैं.

एक लाख तक लोगों की जुटती है भीड़ 

बताया जाता है कि, लगभग 50 हजार से एक लाख तक लोगों की भीड़ दहन की प्रक्रिया का आनंद लेती है. रोहतास के एसपी विनीत कुमार इस बार रिमोट से रावण का पुतला सहित कुंभकर्ण और मेघनाथ का भी दहन करेंगे. आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं नगर पूजा समिति के आचार्य विनय बाबा बताते हैं कि, हर साल पारंपरिक तरीके से रावण का दहन राम जी के द्वारा तीर मार कर की जाती थी जिसमें रॉकेट लगा होता था. लेकिन, इस बार कुछ नया करने की सोच और जज्बे के साथ डिजिटल तरीके से रावण दहन का कार्यक्रम किया जाएगा. जिसमें रावण हंसेगा भी, बोलेगा भी तथा उसकी दोनों भुजाएं भी हिलेंगे. इतना ही नहीं रावण की आंखें भी चमकेगी जिसमें बल्ब लगी हुई है. इसके लिए 13 सदस्यीय टीम लगातार कार्य में लगी हुई है.

बुराई पर अच्छाई की जीत 

उन्होंने आगे यह भी कहा कि, बुराई पर अच्छाई की जीत दुर्गा पूजा एवं दशहरा में लोगों में शांति, समृद्धि एवं भाईचारा लेकर आता है. इसके लिए नीलकंठ एवं गुब्बारा मुक्त किया जाता है. वेदों के अनुसार, इस दिन नीलकंठ को देखना शुभ माना जाता है. कमेटी द्वारा लोगों के जीवन में शुभ अवसर एवं लाभ के लिए सभी के बीच नीलकंठ को लाकर मुक्त किया जाता है. 

सुरक्षा के होंगे तो पुख्ता इंतजाम 

डालमिया नगर झंडा चौक मैदान में आज होने वाले रावण दहन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारियां की गई है. एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा एसडीपीओ विनीता सिन्हा, डालमिया नगर थाना अध्यक्ष खुशी राज लगातार कार्यक्रम स्थल की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. बताया गया कि, रावण दहन को लेकर पर्याप्त मात्रा में दंडाधिकारी के साथ-साथ सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी. साथ ही मेडिकल टीम, अग्नि समंदर शमन दल समेत अन्य प्रशासनिक व्यवस्था की जा रही है. ताकि शांति पूर्वक रावण दहन संपन्न हो सके.

गौरतलब है कि, कोरोना काल के दौरान 2020 एवं 21 में सरकार के पाबंदी के कारण रावण दहन की प्रक्रिया नहीं हुई थी. इस दौरान श्रद्धालुओं में काफी निराशा थी. वहीं, इस बार रावण के साथ-साथ कुंभकरण एवं मेघनाथ के दहन के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने की संभावना है. जिसे लेकर कमेटी और प्रशासन द्वारा तैयारी कर ली गई है.

रोहतास से रवि कुमार की रिपोर्ट

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