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इस बार जेडीयू ने इन 4 सांसदों को किया साइडलाइन, इन नये चेहरे पर खेलेंगे दांव

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लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत में पल-पल की तस्वीरें बदल रही है. इधर, जेडीयू को लेकर पिछले दिनों से सस्पेंस बरकरार था कि आखिर किन-किन उम्मीदवारों को कहां से टिकट मिलने वाला है. वहीं, आज इस पर से पर्दा हट गया है. आज ही जेडीयू ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. कुल 16 उम्मीदवारों के नाम का खुलासा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया. हालांकि, इन प्रत्याशियों में गौर करने वाली बात यह है कि, 16 प्रत्याशियों में 12 प्रत्याशियों पर एक बार फिर से नीतीश कुमार ने दांव खेला है लेकिन यहां जेडीयू के 4 बड़े सांसदों का इस बार पत्ता भी साफ हो गया है. 

सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू साइडलाइन

बता दें कि, इस बार सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू को दरकिनार कर दिया गया है. तो वहीं दूसरी ओर काराकाट से महाबली सिंह को भी टिकट नहीं मिला है. इसके साथ ही बात करें सीवान की तो, यहां से कविता सिंह को भी टिकट नहीं मिला है. इधर, गया से विजय मांझी भी साइडलाइन कर दिए गए हैं. अब इन चारों सांसदों पर नजर डालें तो, सबसे पहले बात करेंगे सुनील कुमार पिंटू की. बता दें कि, यहां से इस बार नीतीश कुमार ने अपने विश्वासी नेता देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया है. ऐसा कहा जा रहा कि, देवेश चंद्र ठाकुर पर बड़ा दांव खेलने की तैयारी है. तो वहीं, अब सुनील कुमार पिंटू का पत्ता साफ हो गया है. यह भी बता दें कि, सुनील कुमार पिंटू मूलत: बीजेपी के नेता है लेकिन पिछली बार उन्हें जेडीयू के सिंबल पर टिकट दिया गया था तो वहीं इस बार तस्वीर अलग है.

सीवान सीट से नए चेहरे पर दांव

अब सीवान की सीट पर नजर डाला डाए तो, यहां से इस बार मौजूदा सांसद कविता सिंह का पत्ता साफ हो गया है. सीवान सीट पर भी बड़ा दांव खेलते हुए नयी प्रत्याशी विजय लक्ष्मी देवी पर भरोसा जताया गया है. राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो, जेडीयू सीवान से रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी को टिकट देकर 'लव कुश' के अपने मूल समर्थन आधार को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है. इस तरह से विजय लक्ष्मी को टिकट देकर नीतीश कुमार ने इसबार नये चेहरे पर दांव खेला है. हालांकि, देखना दिलचस्प होगा कि नये चेहरे पर जनता कितना भरोसा दिखाती है.   

महाबली सिंह भी हुए दरकिनार

इधर, जेडीयू कैंडिडेट्स की लिस्ट में एक और नाम शामिल नहीं है और वह है काराकाट से महाबली सिंह. महाबली सिंह भी इस बार साइडलाइन कर दिए गए हैं. हालांकि, इसके पीछे की बड़ी वजह उपेन्द्र कुशवाहा को माना जा रहा है. क्योंकि ये सीट अब उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी के खाते में चली गयी है. ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है कि इस सीट पर उपेन्द्र कुशवाहा NDA की तरफ से उम्मीदवार होंगे. साथ ही अब बात करेंगे गया सीट की. तो इस बार जेडीयू सांसद विजय मांझी का भी पत्ता भी कट गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि गया की सीट इस बार जीतन राम मांझी की पार्टी हम के कोटे में चली गयी है. लिहाजा इस सीट पर इसबार खुद पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ताल ठोकेंगे. उनके नाम का ऐलान भी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने कर दी है.

लवली आनंद पर भी जताया भरोसा

यह तो हो गई जेडीयू को चारों सांसदों की बात. लेकिन, इस बार एक और नया चेहरा जेडीयू की ओर से लोकसभा चुनाव में दिखने वाला है. दरअसल, हॉटसीट में शुमार शिवहर की सीट इस बार जेडीयू के कोटे में चली गयी है लेकिन पूर्व में बीजेपी की रमा देवी यहां से चुनाव लड़ती थी और विजयी पताका फहराती थी लेकिन इस बार जेडीयू के कोटे में इस सीट के जाने के बाद नीतीश कुमार ने लवली आनंद पर भरोसा जताया है और उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है. बता दें कि, हाल में ही लवली आनंद ने आरजेडी का दामन छोड़ कर जेडीयू की सदस्यता ले ली थी. तो वहीं, अब उन्हें शिवहर से टिकट भी दे दिया गया है. अब देखना होगा कि, आगे सियासत में क्या कुछ उलटफेर होता है. 

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