बिहार में लॉ एंड ऑर्डर समाप्त होने का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं. अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने की बात भी कह रहे हैं. सोशल मीडिया पर लगातार अपराध का आंकड़ा जारी कर नीतीश सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. तेजस्वी यादव के इन आरोपों पर जदयू ने पलटवार किया है. जदयू कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव को चैलेंज दिया कि एक भी सत्ता संरक्षित अपराधी का नाम बता दें.
ऑर्गेनाइज्ड घटनाएं नहीं हो रहीः अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव नाम बताएं कि किसके संरक्षण में अपराध हो रहा है. यहां, नीतीश कुमार के शासन में पांच रुपए भी कोई जबरदस्ती चंदा नहीं ले सकता है. सुशासन का राज है. अशोक चौधरी ने माना कि बिहार में घटनाएं हो रही हैं, लेकिन वो ऑर्गेनाइज्ड घटनाएं नहीं है. आपसी विवाद या फिर परिवार का मामला होता है. जमीन का विवाद या फिर लड़की का मामला होता है.
"उनके (तेजस्वी यादव) पिताजी के राज में रंगदारी वसूली जाती थी. अपहरण होता था. पूरे देश में पहले अपहरण उद्योग की नींव लालू प्रसाद यादव के राज में ही रखी गयी थी, यह तो पूरी दुनिया जानती है. आज कह रहे हैं कि सत्ता संरक्षित अपराध हो रहा है. एक आदमी का नाम बताइए."- अशोक चौधरी, मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग
नरसंहार और जेल ब्रेक घटना याद दिलायीः अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव सोशल मीडिया के लिए टीम रखे हुए हैं. उनकी टीम सुबह-सुबह ट्वीट कर देती है. नेता प्रतिपक्ष हैं, इसलिए मीडिया इस मुद्दे को उठा लेती है. इसका कोई मतलब नहीं है. अशोक चौधरी ने कहा कि क्राइम बुलेटिन जारी कर रहे हैं, जिनके पिता के राज में 15 साल तक 118 नरसंहार हुए. दो-दो जेल ब्रेक जहानाबाद और नवादा इनके राजपाट में हुआ. नीतीश कुमार के राज में जेल ब्रेक हुई है क्या. एक भी नरसंहार की घटना हुई है क्या.