महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि पश्चिम चंपारण में जनक नंदिनी मां सीता के नैहर जनकपुर से अयोध्या उनके ससुराल भार लेकर जा रहे साधु संतों का पश्चिम चंपारण की धरती पर स्वागत करने के लिए पश्चिम चंपारणवासी तत्पर पर दिखें. जनकपुर धाम से 1200 भार लेकर जनकपुर के जनक नंदनी मंदिर के महंत राम रोशन दास वैष्णव की अगुवाई में आज हजारों की संख्या में राम भक्त चंपारण की धरती पर पहुंचे.
जिनका स्वागत बेतिया के नीजी स्कूल में चनपटिया के पूर्व विधायक प्रकाश राय और वरक्तदान विधायक उमाकांत सिंह की अगुवाई में पहुंचा. इसका विधिवत शुरुआत द्वीप प्रज्वलित कर किया गया. भार लेकर आये चनपटिया के भाजपा विधायक ने कहा कि, यह राम मंदिर तो झांकी है, मथुरा-काशी बाकी है. नरेन्द्र मोदी जो कहते हैं, वह करते हैं. आज सनातन धर्म को आगे बढाने के लिये व राम जी के गृह प्रवेश के लिये जनकपुर धाम से 1200 भार लेकर अयोध्या हमारे संत व नेपाल से हजारों की संख्या में भक्त 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में जा रहे हैं.
वहीं, जनकपुर मंदीर के मुख्य महंत रामरोशन दास वैष्णव ने बताया कि, हमारे यहां का रिवाज है जब दामाद जी का नया घर बनता है तो उनके ससुराल से घर के साजो-सामान जाता है, उनके नये घर के लिये. आज यहां की केन्द्र सरकार की मुखिया नरेन्द्र मोदी की सरकार ने राम जी का घर बना. उन्हें अपने पैतृक घर में रहने के लिये जो घर बनाया है, उसके लिए धन्यवाद है और हम नेपाल वासी भी उन्हें धन्यवाद देते हैं.
दर्श न्यूज के लिए बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट