बिहार में आये दिन कोई ना कोई मुद्दा जरुर ही सुर्खियों में बना रहता है. इस वक्त नियोजित शिक्षकों से जुड़ा मुद्दा तूल पकड़ा हुआ है. जिस तरह से पिछले दिनों नियोजित शिक्षकों का जमकर विरोध-प्रदर्शन देखने के लिए मिला, उससे साफ कहा जा सकता है कि, नियोजित शिक्षक किसी की भी नहीं सुनने वाले हैं. इस बीच आज का दिन नियोजित शिक्षकों को लिए बेहद ही खास माना जा रहा है. दरअसल, आज शाम तक नियोजित शिक्षकों की डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से बात होने वाली है. नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को डिप्टी सीएम के समक्ष रखेंगे, जिसको लेकर उम्मीद है कि आज कोई बड़ा फैसला किया जा सकता है.
क्या प्रेशर में हैं केके पाठक ?
इधर, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है. ऐसा कहा जा रहा कि, केके पाठक प्रेशर में आ गए हैं. दरअसल, राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए सक्षमता परीक्षा पास करने की अनिवार्यता की शर्त न मानने की जिद पर अड़े शिक्षकों ने केके पाठक की एफआईआर दर्ज करने की चेतावनी की परवाह नहीं की. उन्होंने प्रदर्शन किया, मशाल जुलूस निकाला और पटना में विधानसभा का घेराव करने भी पहुंच गए. इतना ही नहीं, पुलिस ने उन पर लाठी-डंडे बरसाए, लेकिन शिक्षक अपनी ही बात पर अड़े रहे. अब इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे कि, शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए अपने तरह-तरह के फरमानों से आतंक मचा देने वाले केके पाठक के उन फरमानों का क्या होगा, जो उन्होंने नियोजित शिक्षकों को लेकर जारी किए हैं। क्या वे फिर बैकफुट पर आने वाले हैं ?
26 फरवरी को होनी है पहली परीक्षा
बता दें कि, नियोजित शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा होने वाली है. पहली परीक्षा को लेकर डेट भी सामने आ गई है. पहली परीक्षा 26 फरवरी को होनी है. जिसका नियोजित शिक्षक विरोध कर रहे हैं. उनका विरोध इस बात को लेकर है कि, सरकार ने उन्हें सरकारी दर्जा देने की बात कही थी, लेकिन सक्षमता परीक्षा पास करने की शर्त थोप दी गई. सक्षमता परीक्षा देने से नियोजित शिक्षकों ने मना कर दिया है. तो वहीं, आज सम्राट चौधरी के साथ होने वाली वार्ता पर हर किसी की निगाहें टिकी हुई है. नियोजित शिक्षकों को भी इस वार्ता से कई उम्मीदें जुड़ी हुई है.