Aurangabad - मगध एवं आसपास के क्षेत्र में अभी भी कई नंगे पहाड़ दिखते हैं अब इन पहाड़ों को हरा भरा करने का प्रयास किया जा रहा है.बिहार सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा राज्य के वृक्ष विहीन नंगे पहाड़ों पर पौधारोपन कर हरा भरा करेगा.
इसके तहत औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई जिले में मृतप्राय एवं नंगे पहाड़ों को सीड बॉल के जरिए पेड़ लगाकर उन्हें हरा-भरा बनाया जाएगा। राज्य सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन तथा सहकारिता विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने औरंगाबाद में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि औरंगाबाद, गया, नवादा तथा जमुई जिले में पहाड़ों पर वृक्षों का अभाव है। इसे दूर करने और हरा-भरा बनाने के लिए वन विभाग ने व्यापक योजना बनाई है। योजना के तहत औरंगाबाद जिले में नंगे पहाड़ों पर इस वर्ष 50 हजार सीड बॉल डाले जाएंगे। जिन नंगे पहाड़ों पर पहुंचना आसान नहीं होगा, वहां सीड बॉल डालने के लिए ड्रोन तथा हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी। वर्षा होने पर जब सीड बॉल प्रस्फुटित तथा अंकुरित होगा तो इससे स्वत: वृक्ष उगेंगे। बाद में विभाग की ओर इन वृक्षों के रखरखाव की भी व्यवस्था की जा रही है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा कि औरंगाबाद जिले में इस वर्ष वन विभाग की ओर से तथा विभिन्न सरकारी एवं निजी संगठनों की मदद से करीब चार लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि आगामी एक जुलाई से वन महोत्सव शुरू हो रहा है और मौसम के अनुकूल होते ही पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। विभाग ने इस बार इस बात की खास तैयारी की है कि वृक्ष लगाने के बाद अगले तीन वर्षों तक उसके बचाव तथा रखरखाव की व्यवस्था पहले से हो। डॉ. कुमार ने कहा कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्कूली बच्चों तथा कॉलेज के छात्र-छात्राओं को जागृत करने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर वे सप्ताह में एक वर्ग वन तथा पर्यावरण संरक्षण पर सुनिश्चित करने का प्रबंध करेंगे।
औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट