छपरा में चुनावी हिंसा की घटना पर बिहार जद(यू0) प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि छपरा की दुर्भागपूर्ण घटना इस बात का संकेत है कि लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार बिहार में पुनः जंगलराज की वापसी चाहता है। हार के भय से विपक्ष के लोग अपना आपा खो चूके है, जिसका नतीजा है कि अब ये लोग उत्पात और तांडव मचाने पर उतर आए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हिंसा के जरिए चुनाव को प्रभावित करना राजद की पुरानी परंपरा रही है। लालू-राबड़ी की सरकार में चुनावी हिंसा आम बात हुआ करती थी। लेकीन साल 2005 में नीतीश सरकार आने के बाद बिहार में हिंसा का दौर पूरी तरह से समाप्त हुआ। कुशवाहा ने कहा कि छपरा की घटना के बाद बिहार की जनता के सामने राजद का भयावह चेहरा फिर से बेनकाब हुआ है। राजद के लोग जनता को डरा और धमका कर चुनावी लाभ लेना चाहते है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अशान्ति और उपद्रव फैलाने वालों को बिहार की जनता कभी स्वीकार और माफ नहीं करेगी, प्रदेश की आम जनता में राजद के खिलाफ भारी आक्रोश है। उमेश सिंह कुशवाहा ने बयान जारी कर मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, साथ ही सारण की जनता से शांति और सौहार्द बनाए रखने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद इस घटना में संलिप्त असमाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई होगी