बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि राजद अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए भ्रम फैलाने की राजनीति करती है। बिहार की तरक्की नीतीश सरकार की पहली प्राथमिकता रही है और बीते 19 वर्षों के शासनकाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के विकास को नया आयाम दिया है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि विशेष दर्जा के विषय पर नीतीश सरकार को राजद के नसीहत की आवश्यकता नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2004 में राजद अपने 24 सांसदों के साथ केंद्र की यूपीए सरकार में शामिल थी और राजद कोटे से कुल आठ केंद्रीय मंत्री बने थें। केंद्र सरकार में निर्णायक भूमिका होने के बावजूद भी राजद ने कभी बिहार के हितों की चिंता नहीं की। तत्कालीन सरकार में रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव द्वारा विशेष दर्जा के लिए कोई पहल नहीं किया। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजद ने सत्ता का प्रयोग केवल अपने परिवार के लोगों को राजनीति में आगे बढ़ाने और अवैध संपत्ति बनाने के लिए किया। बिहार के आर्थिक पिछड़ापन का प्रमुख कारण राजद के 15 साल का शासनकाल रहा है। सरकारी खजाने को लूटकर लालू परिवार ने बिहार को पीछे धकेलने का काम किया और आज वही लोग विशेष दर्जा के मुद्दे पर घडियाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार को विकसित और उन्नत राज्य बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रही है। प्रदेश की जनता ने जिस आशा और उम्मीद के साथ लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को भरपूर समर्थन दिया है निश्चित ही हम उसे ससमय पूरा करने में कामयाब होंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार को बीमारू राज्य बनाने वालो के बहकावे में जनता नहीं आएगी।