बिहार जनता दल (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजनीतिक बौखलाहट में अनर्गल बयान देने के आदी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर ट्वीट के माध्यम से तेजस्वी यादव द्वारा किया गया निम्नस्तरीय भाषा का प्रयोग उनके राजनीतिक परवरिश को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि मर्यादाओं के विपरीत राजनीति करना राजद की पुरानी शैली है और नेता प्रतिपक्ष भी अपने उसी परंपरा को अब आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि नीतीश सरकार की उपलब्धियों और विकासकार्यों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष के नेतागण व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप पर उतर गए हैं। वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपादृष्टि नहीं पड़ती तो राजद का आज राजनीतिक अस्तित्व भी नहीं होता। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे नेता की देन है कि तेजस्वी यादव को राजनीतिक पहचान हासिल हुई है, इसलिए उन्हें किसी भी तरह का अनर्गल बयान देने से पहले श्री नीतीश कुमार के राजनीतिक उपकार को जरूर याद करना चाहिए।श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव को विरासत में बनी-बनाई राजनीतिक दुकान जरूर मिल सकती है लेकिन अपने व्यवहारिक समझ को विकसित करने के लिए हर व्यक्ति को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की होशियार जनता नकारात्मक राजनीति करने वालों के झांसे में कभी नहीं आएगी। लगातार मिल रही राजनीतिक विफलता की कुंठा में नेता प्रतिपक्ष पूरी तरह से अपना आपा खो चूकें हैं। राजद की राजनीति अब अंतिम पड़ाव पर है इसलिए उनके नेताओ की बौखलाहट और बेचैनी स्वभाविक है।