बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को बयान जारी कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जंगलराज के युवराज को आपराधिक घटनाओं पर उपदेश देने का नैतिक हक नहीं है। उनके माता-पिता के शासनकाल में सत्ता पोषित अपराधियों का बोलबाला था। लूट, फिरौती और डकैती के भय ने व्यावसायिक वर्ग को बिहार से पलायन करने पर मजबूर कर दिया था। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव 1990 से 2005 के दौर से अनजान हैं तो उन्हें अपने माता-पिता से जानकारी जरूर लेनी चाहिए। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि लालू-राबड़ी की सरकार में बिहार के नेता और आईएएस अधिकारी तक सुरक्षित नहीं थे। फिरौती के लिए उनके परिजनों का दिनदहाड़े अपरहण कर लिया जाता था। राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी लेकिन आज कोई कितना भी बड़ा अपराधी और माफिया हो कानून के शिकंजे से खुद को नहीं बचा सकता है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी तेजस्वी यादव झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं और जनता को गुमराह करने की नकाम कोशिश में लगातार जुटे हुए हैं।उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2005 के बाद बिहार का बागडोर संभालते ही प्रदेश में सुशासन का राज स्थापित किया है। कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ नीतीश सरकार तीव्र और कठोर कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा कि राजद के शासन में जंगलराज और बीमारू राज्य का प्रतीक बना बिहार आज पूरे देश में विकास और सुशासन का असाधारण मिसाल पेश कर रहा है। चुनिंदा आपराधिक घटनाओं को आधार बनाकर जंगलराज का हाय तौबा मचाना श्री तेजस्वी यादव की नासमझी को दर्शाता है।