जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबियों की संगीन संलिप्तता हैरान करने वाली है। अपराधियों और जालसाजों के साथ सांठगांठ राजद की कार्य संस्कृति का हिस्सा रहा है। अब तेजस्वी प्रसाद यादव भी अपने शागिर्दों के माध्यम से उसी राजनीतिक परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरे मामले पर सरकार संवेनशील है। राज्य की आर्थिक अपराध इकाई ने कई अहम सबूत इकट्ठा किये हैं। आगे की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। नीट की परीक्षा में अराजकता फैलाने वालों के साथ सरकार पूरी कठोरता से निपटेगी ताकि दुबारा ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति नहीं हो। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा चाहे कोई कितना भी बड़ा राजनीतिक रशुखदार क्यों नहीं हो। छात्रों के हितों की चिंता और सुरक्षा हमारी सरकार के लिए बेहद गंभीर विषय है।साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने राजद के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ममता देवी का हमारी पार्टी से कोई जुड़ाव नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सूबे के मुखिया हैं और मुख्यमंत्री आवास बिहार की जनता के लिए आठों पहर खुला रहता है। इस दौरान कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर लेने के लिए स्वंतत्र है। तस्वीरों का हवाला देकर जद(यू0) पर सवाल खड़े करना कहीं न कहीं ओछी राजनीति का प्रमाण है और राजद इससे अपने कुकर्मों पर पर्दा डालना चाहती है।