बिहार में इस साल डेंगू अपना कहर बरपा रहा है. पिछले साल मिले मरीजों की संख्या इस साल 26 अक्टूबर को ही पार कर गई. बता दें कि पिछले साल से इस साल अब तक दोगुनी मौतें भी हो चुकी हैं. पिछले साल जहां दो-तिहाई मरीज पटना में ही मिले थे, वहीं इस साल पटना के अलावा आधा दर्जन ऐसे जिले हैं जहां 500 से अधिक मरीज अब तक मिल चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 5895 मरीज मिल चुके हैं.
इस बार कुल मरीज 14 हजार 268 अभी तक मिल चुके हैं. पटना में लगभग एक तिहाई मिले है. पिछले साल 13 हजार 972 मरीजों में केवल पटना में ही 9256 मरीज थे. इस बार पटना के बाद भागलपुर में सबसे अधिक मरीज मिले हैं. भागलपुर में अब तक 1051 मरीज मिल चुके हैं. वहीं सारण में 712, मुंगेर में 651, वैशाली में 547 और बेगूसराय में 501 मरीज मिल चुके हैं.
नदी किनारे वाले जिले अधिक प्रभावित
नदी किनारे वाले जिलों में डेंगू का कहर अधिक है. पटना के अलावा भागलपुर, मुंगेर, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, बांका, मुजफ्फरपुर, सीवान जिले में डेंगू के मरीज अधिक मिल रहे हैं. ये सभी जिले कोई न कोई नदी के किनारे हैं. वैसे कुछेक मरीज गया, अरवल आदि जिलों में भी मिले हैं. डेंगू की चपेट में सबसे अधिक शहरी इलाके हैं. पटना के छह दर्जन से अधिक मोहल्ले इसकी चपेट में हैं. बांकीपुर में सबसे अधिक 34 मोहल्ले डेंगू की चपेट में हैं. जबकि पाटलिपुत्र अंचल में 11, कंकड़बाग में पांच, नूतन राजधानी में नौ, पटना सिटी में तीन और अजीमाबाद अंचल में 11 मोहल्ले डेंगू की चपेट में हैं. भागलपुर का शहरी इलाका, वैशाली में हाजीपुर (शहरी इलाका), सारण, मुंगेर और बेगूसराय के शहरी इलाकों में भी इसका प्रभाव अधिक है.
फॉगिंग के बावजूद प्रकोप कम नहीं
इस वर्ष सितम्बर से अधिक डेंगू मरीज मिलने शुरू हुए. उसी समय से स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी सप्ताह में कम से कम तीन-चार दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मेडिकल कॉलेज और सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश देते रहे. नगर निगम व जिला प्रशासन से समन्वय कर शहरी इलाकों में वार्डवार फॉगिंग कराने का निर्देश दिया ताकि डेंगू का प्रसार न हो. लेकिन विभाग की यह रणनीति कारगर नहीं रही और फॉगिंग के बावजूद शहरी इलाकों में डेंगू के मरीज अधिक मिल रहे हैं.
राज्य में 24 घंटे में मिले 354 मरीज
अक्टूबर महीने में ही 7533 मरीज मिले हैं. पिछले वर्ष अक्टूबर में 7605 मरीज मिले थे. अगले 24 घंटे में एक महीने में सबसे अधिक मरीज मिलने का रिकॉर्ड टूटना तय है, क्योंकि पिछले 24 घंटे में राज्य में 354 मरीज मिले हैं. पटना में सबसे अधिक 188 मरीज मिले. सारण में 22, मुंगेर में 17, मुजफ्फरपुर में 15 और गया-सीवान में 12-12 मरीज मिले. डेंगू मरीज पटना शहर के साथ-साथ पटना के आसपास के इलाकों में भी मिल रहे हैं. बिहटा में शुक्रवार को एक मरीज मिला. फुलवारीशरीफ में 5, दानापुर और संपतचक इलाके में छह-छह डेंगू पीड़ित मरीज मिले हैं.
राज्य में डेंगू से अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है. पटना में सबसे अधिक 15 लोगों की जान गई. वहीं भागलपुर में छह, बेगूसराय में चार, मुजफ्फरपुर में चार, वैशाली व समस्तीपुर में तीन-तीन लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के 12 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 255 मरीज भर्ती हैं. सबसे अधिक भागलपुर मेडिकल कॉलेज में 71 मरीज भर्ती हैं.