केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पिछले दिनों बयान दिया था कि, 'जो मोदी के खिलाफ बोलेगा वह बर्बाद हो जायेगा'. इस पर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'इसे बहुत गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है'. गिरिराज सिंह केंद्रीय मंत्री हैं यह बात है, लेकिन इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. अपनी बहुत पूंजी तो गिरिराज सिंह में है नहीं और नीतीश कुमार पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं. जब अपनी पूंजी मजबूत हो तब जाकर किसी पर टीका-टिप्पणी करें तो समझ में आता है. नीतीश कुमार ने क्या किया है ? उनकी क्रेडिबिलिटी क्या है ? 2007 से पहले इस प्रदेश में कितने अति पिछड़ा के मुखिया होते थे ? कौन जिम्मेवार थे ? महादलित दलित के लोग क्यों नहीं मुखिया बनते थे जबकि, पॉप्यूलेशन उनका था यह सब तो प्रश्न है ही लोगों के सवाल दिमाग में.
गिरिराज सिंह पर जमकर साधा निशाना
गिरिराज सिंह पर अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि, गिरिराज सिंह ऐसे लोग हैं जिनके हाथों में रुद्राक्ष, माथे पर टीके हैं. लेकिन, कितना रुद्राक्ष पहने रहते हैं किसी को पता नहीं. कितना मांस खाते होंगे, वह पता नहीं. मोहम्मद साहब और गिरिराज सिंह में क्या फर्क है. जब कोई जन्म लिया तो कोई जाति-धर्म नहीं था. यह सब एक इंसान से नफरत करता है और यही सब वह लोग चाहते हैं, आगे भी इस तरह का नफरत फैलाया जाए.
ललन सिंह के बयान पर दी प्रतिक्रिया
पूर्व सांसद अरुण कुमार ने आरोप लगाया है कि, ललन सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैबलेट दे रहे हैं और वो मेमोरी लॉस हो गए है. इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि, यह सब घटिया लोग हैं. इन लोग की दुकान बंद हो चुकी है. पूरी तरह से चित्त-विचित्र हो गए हैं, इसीलिए ऐसी टिप्पणियां ऐसे लोग कर रहे हैं. ऐसे व्यक्ति पर टिप्पणी लोग कर रहे हैं जो आज न्याय के साथ विकास किया है. इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग पर अशोक चौधरी ने कहा कि, बिहार के नेताओं से क्या बात करना. इंडिया गठबंधन में जो लोग हैं, वह लोग निर्णय करेंगे हम लोगों के बोलने का कोई मतलब नहीं है जो गठबंधन के नेता निर्णय लेंगे वही होगा.
उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट पर दी प्रतिक्रिया
वहीं, उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट पर अशोक चौधरी ने कहा कि, किसी को गिलास का पानी आधा दिखता है तो किसी को भरा हुआ और किसी को आधा पानी खाली दिखता है तो जिसको जैसा दिखता है वैसे ही समझ में आता है.