Desk- संघ लोक सेवा आयोग(UPSC ) ने ट्रेनी IAS रही पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और उन्हें यूपीएससी की आगे की सभी परीक्षा में बैठने पर रोक लगा दी गई है.
बताते चलें कि UPSC ने पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द करने को लेकर नोटिस जारी किया था और साथ ही आयोग उसके खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई थी. UPSC का कहना है कि पूजा खेडकर ने फर्जी पहचान बनाकर परीक्षा दी थी. उन्होंने परीक्षा देने के लिए अपनी असली पहचान छुपाई और फर्जी पहचान दिखाकर एग्जाम दिया था.
दरअसल पूजा का सलेक्शन कोटे के तहत हुआ था. जिसके बाद सवाल उठने लगे कि क्या मानसिक रूप से बीमार उम्मीदवार कोटे के तहत IAS बन सकता है. पुणे के जिलाधिकारी दुहास दिवासे ने राज्य के मुख्य सचिव से शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. पूजा अपने तल्ख तेवर की वजह से पहले ही चर्चा में थीं बाद में उन पर IAS की नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का आरोप लगने लगा था. पूजा ने मेडिकल जांच करने से भी मना कर दिया था. इसके साथ ही पूजा के खिलाफ कई आरोप लगे थे.इसमें --
पर्सनल गाड़ी पर महाराष्ट्र सरकार लिखवाया.
पर्सनल गाड़ी पर लाल बत्ती लगवाई.
UPSC में फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया.
फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट दिया.
नियम का उल्लंघन कर घर के बाहर अवैध निर्माण.
उम्र को लेकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप.
ट्रेनी होने पर भी पर्सनल केबिन की मांग करना.
सीनियर अधिकारी के केबिन पर कब्जा करना.
मां पर पिस्तौल लेकर किसानों को धमकाने का आरोप.
अलग-अलग अस्पतालों में अलग पता देने का आरोप.