Desk- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पीछे हटने के बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस राष्ट्रपति के चुनाव में डेमोक्रेट की तरफ से उम्मीदवार बनी है. इसके बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है और मुकाबले काफी नजदीकी का दिख रहा है.
शुरू में जो बाइडेन पाव पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप भारी प्रति नजर आ रहे थे लेकिन कमला हैरिस के आने के बाद मुकाबले काफी दिलचस्प हो गया है और कैमरा हरीश की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता कम हो रही है. इससे अमेरिकी इतिहास में पहली बार महिला राष्ट्रपति बनने की उम्मीद जताई जाने लगी है.
इस बीच अमेरिका में राष्ट्रपति पद के आजाद उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने खुद चुनाव लड़ने से पीछे हटने की घोषणा की है. कैनेडी ने राष्ट्रपति पद के लिए अपने कैंपेन को रोकते हुए कहा है कि वे मतपत्र से अपना नाम हटाने की मांग करेंगे। कैनेडी ने अपना समर्थन रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को दिया है। कैनेडी ने कहा कि अगर वह चुनाव लड़ते तो इससे डेमोक्रेटिक उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को मदद मिलती और ट्रंप को नुकसान होता। ऐसे में उन्होंने अपने कैंपेन को खत्म कर दिया है। उन्होंने एरिजोना में हुई रैली में डोनाल्ड ट्रंप के साथ मंच साझा करते हुए उनको समर्थन दिया। 70 वर्ष के कैनेडी ने अपनी ज्यादातर राजनीति डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ की है।
देश की वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस लोगों के बढ़ रहे हैं जन समर्थन से उत्साहित नजर आ रही हैं. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि वह ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी जो देश के लोगों को एकजुट कर सके।उन्हें किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं बल्कि अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का एक नया रास्ता तैयार करने का मौका है। बताते चलें कि 59 वर्षीय कमला हैरिस अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए किसी प्रमुख दल की उम्मीदवार बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी और पहली अश्वेत महिला हैं।