उत्तराखंड की सरकार इतिहास रचने से अब बस थोड़ी ही दूर रह गई है. दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यूसीसी (समान नागरिक संहिता) बिल विधानसभा सत्र के दौरान सदन के पटल में पेश किया है. यूसीसी बिल सदन में पेश करने के बाद बीजेपी विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए. सदन नारों से पूरी तरह गूंज उठा था. इस बीच आपको याद दिला दें कि, देश की आजादी के बाद यूसीसी लागू करने वाला पहला राज्य उत्तराखंड बनने जा रहा है. सीएम धामी ने जनता से किया था वादा
बता दें कि, उत्तराखंड में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता से वादा किया था कि, अगर दोबारा प्रदेश में भाजपा की सरकार आती है तो वे यूसीसी लागू करेंगे. 23 मार्च, 2022 को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद धामी ने अपनी पहली ही कैबिनेट में ही यूसीसी लाने की मंजूरी दी और ड्राफ्ट बनाने को कमेटी बनाई थी. समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट सामने आने के साथ ही, अनुसूचित जनजातियों की आशंकाओं का भी समाधान हो गया है। कमेटी ने अनुसूचित जनजातियों को इस प्रस्तावित संहिता से बाहर रखने की सिफारिश की है.
धामी सरकार ने इस निर्णय का किया स्वागत
इधर, यूसीसी बिल विधानसभा में पेश करने के बाद यूपी डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने धामी सरकार के इस कदम का जोरदार स्वागत किया है. उनका कहना था कि, अयोध्या राम मंदिर, आर्टिकल 370 और यूसीसी भाजपा के तीन प्रमुख मुद्दे थे. डिप्टी सीएम मौर्य ने उत्तराखंड सरकार को बधाई दी. यमुनोत्री निर्दलीय संजय डोभाल ने उत्तराखंड यूसीसी का समर्थन किया. उनका कहना था कि, जनजाति के लोगों को भी यूसीसी में शामिल किया जाए.