उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव शीर्षत कपिल अशोक एवं विभागीय पदाधिकारियों द्वारा पथ एवं पुलों से संबंधित शिकायत आमजन द्वारा किये जाने संबंधी व्यवस्था का प्रस्तुतिकरण दिया गया। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री के निदेश पर पथ निर्माण विभाग के अन्तर्गत पथ एवं पुल लोक शिकायत निवारण प्रणाली विकसित की गई है, जिसे शीघ्र ही आमजनों के लिए प्रारंभ कर दिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि राज्य में पथ एवं पुलों की मरम्मति एवं रख-रखाव का दायित्व संवेदक एवं अभियंताओं का है। समीक्षा में यह बात स्पष्ट हुई थी कि कई मामलों में ससमय मरम्मति का कार्य नहीं हो पाने के कारण आमजनों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए एक ऐसी व्यवस्था की शुरूआत की जा रही है, जिसमें कोई भी व्यक्ति किसी पथ एवं पुल के संबंध में शिकायत कर सकता है। यह शिकायत निबंधित होते ही संबंधित संवेदक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता के मोबाईल पर प्रदर्शित होने लगेगी। संबंधित पथ की मरम्मति निर्धारित समय करनी होगी। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि ऐसी शिकायत हेतु एक मोबाईल नम्बर भी जारी किया जाएगा, जिस पर WhatsApp के माध्यम से चित्र और शिकायत प्रेषित की जा सकेगी। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि विभाग स्तर पर प्राप्त शिकायतों के अनुश्रवण की भी व्यवस्था रहेगी और प्रत्येक सप्ताह इसकी समीक्षा की जाएगी। प्राप्त शिकायत का निराकरण एक सप्ताह के अन्दर सुनिश्चित करना होगा।उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि राज्य में आमजनों के लिए सुगम यातायात उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है और इस दिशा में सभी आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में नदियों का पानी कम होने के साथ ही क्षतिग्रस्त पथ एवं पुलों की मरम्मति शीघ्र कराई जाएगी।