हेमंत सोरेन के जेल से निकलने के बाद सीएम पद तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेने पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा लोकतंत्र में बहुमत का सम्मान है लोकतंत्र में हमारा अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य भी है और इस दोनों से बाहर निकल कर नैतिक कर्तव्य भी है अगर जो हम सजायाफ्ता है तो जिम्मेदारी लेने से पहले हमको उसे सजा से मुक्त होना पड़ेगा नैतिकता होती है लाल कृष्ण आडवाणी ने आरोप लगने पर पद का त्याग किया था।लेकिन अब लोग जेल में पड़े रहेंगे सेवा का भाव मन में नहीं रहेगा लेकिन मेवा की तलाश में लगे रहेंगे यही खेल खेलते रहेंगे ऐसे लोगों से लोगों की बहुत अपेक्षा की पूर्ति नहीं हो सकती है। लगातार पुल गिरने और तेजस्वी के द्वारा ट्वीट करने पर विजय कुमार सिन्हा ने कहा जो पुल गिरे हैं उस पर कार्रवाई भी होगी और वह पुल पथ निर्माण विभाग से नहीं है विभाग के लोगों से हमने भी जानकारी ली है वह ग्रामीण कार्य विभाग का है ग्रामीण कार्य विभाग के माननीय मंत्री जी उस पर एक कमेटी बनाया है समीक्षा भी किया जा रहा है एक्शन भी लिया जा रहा है माननीय मुख्यमंत्री जी इस पर गंभीरता से पूरे विषय को लेकर के इसकी स्थाई समाधान के लिए बैठक भी किया है जो अनुरक्षण नीति है बेहतर रखरखाव के वातावरण को बनाने का प्रयास हो रहा है। लेकिन नेता प्रतिपक्ष संवैधानिक पद पर है इनको ट्वीट करने की आदत हो गई है बिना जान सुने भाड़ा पर कुछ लोग को रख रखे हैं और कंटेंट लिखकर उन्हें देता है यह ट्वीट कर देते हैंआप जानिए की 1981,82 का पुल गिरा है आप ही के मित्र कांग्रेस के समय था 92 का पुल आप ही का शासन था अभी 2003-04 का पुल गिरा है आप ही के शासनकाल था लेकिन आप इसको बिहार को बदनाम करने का काम कर रहे है। सत्ता में आप सब दिन रहे माता-पिता रहे दो-दो बार रहे आपको भी अवसर मिला आज पुल के रखरखाव की नीति पर आपका ध्यान क्यों नहीं गया आपने एक्शन नहीं लिया एक भी पदाधिकारी पर इन्होंने एक्शन क्यों नहीं लिया अपने रीजन में और भ्रष्टाचार पर बोलते भी नहीं है अब इसी से अनुमान लगा लीजिए कि यह कितने सजग है एक अच्छे प्रशासक और शासन के रूप में।