Desk-पश्चिम बंगाल में के मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले को लेकर आज कोलकाता की सड़कों पर जंग छिड़ा हुआ है. इस मामले को लेकर छात्रों के नाम पर प्रदर्शन निकाला गया है. इस प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है.
हत्याकांड के खिलाफ हावड़ा ब्रिज के पास मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बौछार की. वहीं प्रदर्शन कार्यों की तरफ से भी पथराव किया गया. इस वजह से कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
सत्ताधारी ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेताओं ने कहा है कि बीजेपी इस मामले को लेकर परोक्ष रूप से राजनीति कर रही है और राज्य को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. वहीं भाजपा ने भी सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रदर्शन से पहले ही पुलिस ने चार छात्रों को विरासत में ले लिया था इसको लेकर भी खूब राजनीति हो रही है.भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था कि चार छात्र हावड़ा स्टेशन से लापता हैं, जहां उन्हें आखिरी बार राज्य सचिवालय जाते समय स्वयंसेवकों को भोजन वितरित करते देखा गया था.उनके इस बयान के बाद बंगाल पुलिस ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट करके स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की. पोस्ट में लिखा कि , "एक राजनीतिक नेता उन चार छात्रों के बारे में झूठी कहानी बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि छात्र कल रात से लापता हैं। सच्चाई यह है कि कोई भी लापता नहीं है।" पुलिस ने स्पष्ट किया,“ चारों छात्र आज नबन्ना अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा की योजना बना रहे थे और हत्या की शाजिश रचने और हत्या की कोशिश में शामिल थे। उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखकर गिरफ्तार किया गया है और उनके परिवारों को सूचित किया गया है।”