त्रेता युग में जिस तरीके का संबध प्रभु श्री राम और उनके प्रिय भक्त के बीच रहा उसी प्रकार का संबध अयोध्या स्थित राममंदिर और पटना के महावीर मंदिर के बीच होने वाला है. इसकी शुरूआत भी महावीर मंदिर की तरफ से कर दी गई है. वर्षों से टेंट में रह रहे रामलला को आगामी 22 जनवरी को विशाल और अद्भुत राममंदिर में स्थापित किया जायेगा.
उसके बाद पटना स्थित महावीर मंदिर की तरफ से राम मंदिर का पूरक जानकी मंदिर (सीता कुंड) का निर्माण किया जायेगा. इसके साथ ही महावीर मंदिर की ओर से जानकी नगर की भी स्थापना की जा रही है. जहां विश्व का सबसे बड़ा मंदिर बनाया जा रहा है. जिसका नाम विराट रामायण मंदिर है. यह बातें कही महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने.
140 एकड़ में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा मंदिर
अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम-जानकी मार्ग पर स्थित विराट रामायण मंदिर 140 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है. मुख्य मन्दिर 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है. मन्दिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाकार शिवलिंग भी स्थापित होगा. यह विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग होगा. इसमें एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे. इसे सहस्रलिंगम के रूप में जाना जाता है. भारत में आठवीं सदी तक सहस्रलिंगम के प्रमाण हैं.
विराट रामायण मन्दिर के सहस्रलिंगम का वजन 200 मीट्रिक टन होगा. तमिलनाडु के महाबलिपुरम में ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान को तराश कर विशालतम शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है. विराट रामायण मन्दिर में कुल 22 देवालय होंगे. मन्दिर में कुल 12 शिखर हैं, जिनमें दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है. इसके अलावा 180 फीट के 4, 135 फीट का 1 और 108 फीट के 4 शिखर होंगे. इसी साल 20 जून को विराट रामायण मन्दिर के पाइलिंग का काम शुरू हुआ है.
अगले साल मार्च तक मन्दिर के सभी 3102 पाईल पूरे हो जाएंगे. विदेशों से आयातित बड़ी-बड़ी अत्याधुनिक मशीनों से मन्दिर के पाइलिंग का काम किया जा रहा है. इस मंदिर का सुपरविजन भी वही कंपनी करेगी जो अयोध्या राममंदिर का काम देख रही है.
राममंदिर के लिए दिया गए इतने रुपए
श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट को अहम साक्ष्य उपलब्ध कराने के साथ ही महावीर मंदिर की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ की सहयोग राशि देने की घोषणा की गई थी. राम मंदिर निर्माण के लिए 8 करोड़ की राशि दी जा चुकी है.