इंडिया गठबंधन की वर्चुअल मीटिंग खत्म हो गई है. इस बैठक में सभी दलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने को लेकर चर्चा हुई. कहा जा रहा कि, मीटिंग के दौरान सीएम नीतीश कुमार के पास संयोजक बनने का प्रस्ताव भी आया लेकिन उन्होंने उस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया. यह भी कहा जा रहा कि, कांग्रेस की ओर से सीएम नीतीश को प्रस्ताव दिया गया लेकिन उनका कहना है कि कांग्रेस से ही कोई चेयरपर्सन बने. वहीं, सूत्रों की माने तो, इस वर्चुअल मीटिंग में 28 घटक दलों में से सिर्फ10 दलों के नेता ही मौजूद रहे. बता दें कि, इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई.
सीएम नीतीश नहीं बनेंगे संयोजक
लेकिन, उनकी तरफ से कहा गया है कि, आखिरी समय में मीटिंग की सूचना मिलने की वजह से वो इसमें शामिल नहीं हो रही हैं. लेकिन, उनकी नाराजगी साफ तौर पर जगजाहिर है. ममता की नाराजगी इस बात को लेकर है कि, कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी को उन पर हमला करने के लिए क्यों छोड़ रखा है. कुछ साथी दलों ने भी मीटिंग में इस बात को उठाया कि, कांग्रेस के नेता ममता पर हमलावर क्यों हैं, जबकि वो गठबंधन में हैं. वहीं, आज की वर्चुअल मीटिंग में एनसीपी नेता शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लि कार्जुन खरगे, सीपीआई नेता डी राजा, डीएमके के एम के स्टालिन, जेडीयूके नीतीश कुमार, नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उमर अब्दुल्ला, सीपीएम के सीताराम येचुरी, आप के अरविंद केजरीवाल, राजद से लालू और तेजस्वी यादव, जेएमएम से हेमंत सोरेन और सपा से रामगोपाल यादव मौजूद थे.
सीट शेयरिंग पर भी नहीं बनी बात
बता दें कि, इस बैठक में सीट शेयरिंग के अलावे अन्य किसी भी मुद्दे पर बात नहीं हो सकी. ना इंडिया गठबंधन का कोई संयोजक फिक्स हुआ, ना सीट शेयरिंग पर बात हुई और ना ही प्रधानमंत्री के चेहरे पर किसी तरह की बात बनी. बता दें कि, करीब 2 घंटे तक इंडिया गठबंधन की बैठक चली. जिसको लेकर सूत्रों की ओर से खबर है कि, सीट बंटवारे पर नेताओं ने चर्चा की लेकिन कांग्रेस की तरफ से कुछ ठोस प्लान बनाकर नहीं लाया गया था. फिलहाल, कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा में व्यस्त है. इस बीच, सीएम नीतीश कुमार ने फिर साफ किया है कि, वह उनकी किसी भी पद को लेकर दिलचस्पी नहीं है.