Patna - सुपौल जिले के वीरपुर कोसी बराज़ और वाल्मीकि नगर बराज से रिकॉर्ड पानी छोड़े जाने के बाद से उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, कई जगहों पर तटबंध टूट गए हैं जिसकी वजह से पानी गांव में घुस रहा है और लोगों की परेशानी बढ़ रही है.
इस बीच सरकार ने बराज से पानी छोड़े जाने से पहले ही अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी थी, कई अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है स्थानीय लोगों में इन अधिकारियों के प्रति गुस्सा भी है. जल संसाधन विभाग ने बगहा के बाढ़ नियंत्रण प्रभाव के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर निशीकांत कुमार को निलंबित कर दिया है. निशिकांत पर लापरवाही और स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय स्थापित नहीं करने का आरोप लगा है.
बताते चलें कि बगहा के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जल संसाधन विभाग के एक बयान के अनुसार बागमती नदी के प्रवाह और जल स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण, बेलसंड, परसौनी, बरगैनिया और रसलपुर ब्लॉकों में बाएं और दाएं तटबंधों पर रिसाव हुआ है। इसके साथ ही तटबंधों के टूटने की वजह से बगहा में बाढ़ नियंत्रण प्रभाग के एक्जक्यूटिव इंजीनियर निशिकांत कुमार को लापरवाही और स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय करने में असफल रहने के बाद निलंबित कर दिया गया।
बगहा के साथ ही कई अन्य इलाकों में भी स्थानीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लग रहा है अब देखना है कि विभाग राहत एवं बचाव कार्य के साथ ही इन लापरवाह अधिकारियों को लेकर क्या कदम उठाती है.