Desk-नेपाल में भारी वर्षा के कारण आज सुबह पांच बजे कोसी बैराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे पहले 1968 में इसी बैराज से सबसे अधिक 7.88 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इस वजह से उत्तर बिहार के कई इलाकों में बार जैसी स्थिति है वहीं नेपाल से सटे जोगबनी फारबिसगंज रेल खंड पर इसका असर पड़ा है. जोगबनी रेलवे स्टेशन और रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, जिसकी वजह से जोगबनी रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है. अभी कटिहार-जोगबनी और दरभंगा-सहरसा-जोगबनी रेलखंड पर चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन फारबिसगंज स्टेशन से किया जा रहा है, जिसकी वजह से जोगबनी से यात्रा करने वाले रेलयात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए फारबिसगंज जाना पड़ रहा है जिसमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और ज्यादा पैसे भी खर्च करने पर रहे हैं. आनंद विहार दिल्ली से जोगबनी आने वाली सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन को फारबिसगंज स्टेशन पर ही रोक दिया गया। इसके अलावा जोगबनी-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, जोगबनी-रक्सौल एक्सप्रेस, जोगबनी-सहरसा, जोगबनी-दरभंगा सहित अन्य यात्री ट्रेनों का परिचालन भी फारबिसगंज स्टेशन से किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर 56 साल के बाद इतनी ज्यादा मात्रा में बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से उत्तर बिहार के दर्जन भर से ज्यादा जिलों में बात की स्थिति बनने जा रही है जिसको लेकर सरकार के जन संसाधन विभाग द्वारा तटबंधों की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं.