देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के नवादा जिले में पहुंचे. जहां एनडीए के तमाम घटक दलों के नेता भी पहुंचे. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जनसभा के दौरान मौजूद रहे. सीएम नीतीश कुमार ने खुले मंच से विशाल जनसभा को संबोधित किया और इसके साथ ही बीजेपी के प्रत्याशी विवेक ठाकुर के पक्ष में लोगों से वोट की अपील की. लेकिन, इस दौरान ऐसा वाकया हो गया जो चर्चे में छा गया है. दरअसल, एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान फिसल गई और जहां बीजेपी 400 का आंकड़ा पार करने का दावा कर रही तो वहीं सीएम नीतीश 4 हजार सांसदों को जितवाने की बात कर रहे हैं.
सीएम नीतीश की फिसली जुबान
सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि, 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी का दसवां साल चल रहा है. फिर तो आगे रहबे करेंगे. पांच साल में कोई दिक्कत नहीं. हमको पूरी उम्मीद है कि चार... चार हजार से ज्यादा एमपी रहेंगे इनके पक्ष में. हम यही अनुरोध करने आएं हैं. पूरा दीजिए.' बता दें कि, देश में 543 संसदीय क्षेत्र हैं और इतने ही सांसद चुने जाते हैं. बिहार में चालीस सीटें हैं. पीएम मोदी ने इस बार 400 पार का लक्ष्य रखा है, लेकिन मुख्यमंत्री 400 की जगह चार हजार बोल गए. ऐसे में सवाल है कि, जब देश में मात्र 543 संसदीय सीट ही चुनाव करवाया जाता है तो तो फिर नीतीश कुमार 4 हजार सांसद कहां से बनाएंगे ? इसके अलावे उन्होंने बिहार सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभ को याद कराया.
आरजेडी पर भी साधा निशाना
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने आरजेडी पर जबरदस्त निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, बिहार में विकास तेज गति से हो रहा है. 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी ? आप शाम के बाद अपने घर से बाहर नहीं निकल सकते थे. आज आप घूम सकते हैं. पति-पत्नी यानि कि लालू यादव और राबड़ी देवी ने 15 साल तक शासन किया, लेकिन कोई काम नहीं हुआ. अब हिंदू-मुस्लिम भी एक साथ मिलकर एकजुट रहते हैं. वहीं, एक तरफ जहां 2005 के पहले की स्थिति को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने हमला बोला तो वहीं दूसरी ओर अपने काम की उपलब्धियां भी गिनवाई.