AURANGABAD- लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर सभी जिला के डीएम और अन्य अधिकारी क्षेत्र में जाकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं, इस जागरूकता अभियान के दौरान औरंगाबाद के डीएम उसे समय भौचक रह गए जब एक महिला उन्हें पार्टी का प्रत्याशी और नेता समझ कर खरी-खोटी सुनाने लगी और विवाह अंदाज में बोली की जाइए हम वोटिंग करने नहीं जाएंगे, लेकिन जब डीएम और अन्य अधिकारियों ने अपना परिचय दिया तो फिर महिला ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि चुनाव के समय नेता लोग सिर्फ आश्वासन देते हैं और जीतने के बाद वे भेंट तक करने नहीं आते हैं.
दरअसल औरंगाबाद के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम श्रीकांत शास्त्री लोकसभा आम निर्वाचन-2024 को लेकर काराकाट संसदीय क्षेत्र के कम वोटिंग वाले इलाकों में मतदाता जागरूकता अभियान चला रहे थे । इसी क्रम में डीएम औरंगाबाद के ओबरा प्रखंड में बूथ नंबर 217-उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदा उत्तरी भाग, 218-उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदा दक्षिणी भाग, 219- शाही मध्य विद्यालय चंदा उत्तरी भाग, 220-शाही मध्य विद्यालय चंदा दक्षिणी भाग, 231- मध्य विद्यालय तारा उत्तरी भाग, 232- मध्य विद्यालय तारा दक्षिणी भाग, 205- मध्य विद्यालय एकौना उत्तरी भाग एवं 206-मध्य विद्यालय एकौना दक्षिणी भाग का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बूथों पर निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही पीने के पानी, टेंट, वेटिंग रूम, व्हील चेयर, रैंप शौचालय आदि सुविधाओं का जायजा लिया। इसी दौरान डीएम जब मतदाताओं से मताधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध कर रहे थे तो एक महिला ने उन्हे डीएम के बदले नेता समझ लिया। महिला ने उन्हे खरी खोटी सुनाते हुए कह दिया कि वोट नही देंगे।
लेकिन जब बाद में डीएम ने अपना परिचय देते हुए आने का मकसद बताया तो फिर महिला ने अपनी गलती स्वीकार की और वोटिंग में शामिल होने का आश्वासन दिया.
औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट