DESK- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के चुनाव को लेकर अजीम मुश्किल में फंसे हुए हैं. एक तरफ हुए चुनाव प्रचार में लाल यादव के परिवारवाद पर आरोप लगा रहे हैं तो इस समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में एनडीए और महागठबंधन से जदयू के ही दो मंत्री के बेटा और बेटी चुनाव लड़ रहे हैं. आज उन्होंने एनडीए कोटा से लोजपा रामविलास पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रही शांभवी चौधरी का चुनाव प्रचार किया. इस दौरान शांभवी के पिता मंत्री अशोक चौधरी भी मंच पर मौजूद रहे.
अपने भाषण में नीतीश कुमार ने जहां अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को जिताने की अपील आम मतदाताओं से की वही अपने दूसरे मंत्री महेश्वर हजारी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि चुनाव के बाद ऐसे सभी लोगों का हिसाब होगा जो कहीं ना कहीं पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.
बताते चलें कि समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सनी हजारी कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. इस चुनाव में महेश्वर हजारी तो सीधे-सीधे प्रचार नहीं कर रहे हैं लेकिन निपट से वह सारी तैयारी कर रहे हैं जिससे कि उनके बेटे की जीत हो सके. महेश्वर हजारी के इस कार्य से मंत्री अशोक चौधरी के साथ ही जदयू के कई अन्य नेता नाराज हैं.
बताते चले कि महेश्वर हजारी इस समय समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं और नीति सरकार में जनसंपर्क विभाग के मंत्री हैं. वे समस्तीपुर से 2009 में सांसद भी रह चुके हैं. समस्तीपुर की राजनीति में उनकी पकड़ काफी मजबूत है. इस लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा महेश्वर हजारी की जाती पासवान का वोट है, वही मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी पीएम मोदी सीएम नीतीश कुमार के वोट के भरोसे हैं.