नालंदा: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन का दौर खत्म हो गया है। पहले चरण में मतदान वाले विधानसभा सीटों पर नाम वापस लेने की तिथि भी खत्म हो गई तो दूसरे चरण वाले विधानसभा सीटों पर नाम वापस लेने के लिए दो दिन का समय बचा है। इधर चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने अपने प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है और पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार कर रही है। इस बीच बिहार में इस बार कई ऐसी सीटें हैं जहां महागठबंधन के दो उम्मीदवार आमने सामने हैं। इन्हीं सीटों में से एक सीट है नालंदा का बिहारशरीफ विधानसभा सीट जहाँ से CPI और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने सामने हैं। महागठबंधन के दो उम्मीदवार के मैदान में रहने से मतदाताओं में भी उहापोह की स्थिति है कि आखिर वोट करें तो किस प्रत्याशी को।
बिहारशरीफ विधानसभा सीट पर कांग्रेस की तरफ से उमेर खान मैदान में हैं तो CPI की तरफ से शिवकुमार यादव। दोनों ही प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदान के लिए अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं साथ ही जीत का भी दावा कर रहे हैं। मंगलवार को बिहारशरीफ में सीपीआई के उम्मीदवार शिवकुमार यादव ने पैदल मार्च किया और इस दौरान उनके साथ सीपीआई के साथ ही VIP, RJD समेत अन्य वामदलों के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस दौरान शिवकुमार यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई सीधे भाजपा से है, कांग्रेस हमारे सामने कुछ नहीं है। राजद ने हमें समर्थन दिया है तभी हमने नामांकन कराया है।
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कांग्रेस के प्रत्याशी पैराशूट से उतरे हैं और वे मैदान में कहीं भी मुकाबला में नहीं हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रत्याशी उमेर खान ने भी अपनी जीत का दावा किया और कहा कि उन्हें भरोसा है कि मतदान तक में पार्टी आलाकमान गठबंधन में बातचीत कर मामले का हल निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कुछ लोग ही मतदाताओं में कन्फ्यूजन पैदा कर रहे हैं और अगर समय रहते ही यह ठीक नहीं किया गया तो दोनों को नुकसान होगा। फ़िलहाल दोनों ही मतदाता अपना अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं और अपनी जीत का दावा भी करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
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