जीतन राम मांझी की समधन और हम पार्टी की विधायक ज्योति मांझी के सुर अपने ही दामाद के लिए बगावती दिख रहे हैं. अपने दामाद को लेकर उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है. दरअसल, अनुसूचित जाती एवं जनजाति का विभाग पहले संतोष मांझी के पास था, जब उन्होंने मंत्रिपद से इस्तीफा दिया तो ये विभाग रत्नेश सदा के पास चला गया, इसके बाद जब एनडीए की सरकार बिहार में बनी तो ये विभाग एक बार फिर से संतोष सुमन मांझी के पास चला गया. अब इसको लेकर ज्योति मांझी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गलत किया है, रत्नेश सदा से ये विभाग छीनकर संतोष मांझी को नहीं देना चाहिए था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमसे ज्यादा दिमाग वाले हैं लेकिन विभाग नहीं छीनना चाहिए था. संतोष सुमन को कौन सा पद दिया गया इसमें कोई विरोध नहीं है, लेकिन पद छीन कर नहीं देना चाहिए था.