भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह की चर्चा इन दिनों खूब जोरों से हो रही है. ऐसे तो भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह के चर्चे होते ही रहते हैं लेकिन इन दिनों सियासत में भी बड़े ही जोर-शोर से हो रहे हैं. दरअसल, मामला जुड़ा है लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें दी गई आसनसोल सीट से... हुआ यूं कि, बीजेपी ने आसनसोल सीट से लोकसभा चुनाव के लिए बीते शनिवार को पवन सिंह को टिकट देने की घोषणा कर दी थी. लेकिन, ठीक इसके 24 घंटे के अंदर ही पवन सिंह ने फैसला ले लिया कि वह इस सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे. पवन सिंह ने इसकी जानकारी खुद ही ट्वीट करके दी. रविवार को उन्होंने एक्स पर इस संबंध में पोस्ट किया.
पवन सिंह ने खुद दी जानकारी
भोजपुरी सुपरस्टार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, 'भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं. पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा.' उन्होंने अपने इस ट्वीट में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को टैग भी किया है. लेकिन, मामला यही पर रफा-दफा नहीं हुआ. बल्कि उसके बाद हर किसी के पास यह सवाल है कि, आखिरकार पवन सिंह ने आसनसोल सीट पर चुनाव लड़ने से मना क्यों कर दिया. तो इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. सियासी खेमे से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चे हो रहे हैं.
क्या जताई जा रही संभावना
एक संभावना यह जताई जा रही है कि, पवन सिंह के आसनसोल से प्रत्याशी की घोषणा के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह पर हमला बोल दिया था. सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से पवन सिंह के खिलाफ आक्रोश खड़ा करने की कोशिश की गई. खास तौर पर पवन सिंह की बंगाल की बेटी को लेकर गाए गए गानों के साथ बंगाल की अस्मिता और संस्कृति को खतरा बताते हुए उनके खिलाफ लगातार कैंपेन चला. जानकारी के मुताबिक, टीएमसी नेता साकेत गोखले ने लिखा कि, पवन सिंह महिलाओं को लेकर अश्लील वीडियो बनाते हैं लेकिन हैरानी की बात ये है कि बीजेपी नेता अमित मालवीय इस अश्लील वीडियो की तारीफ करते हैं. याद दिला दें कि, उनके गानों और फिल्मों में जिस तरह से बंगाली महिलाओं को दिखाया गया है, इसे लेकर काफी बवाल हुआ. सोशल मीडिया पर भी उनके पूरे वीडियो शेयर किए जाने लगे. बंगाल में भी बड़ी संख्या में न केवल टीएमसी बल्कि बीजेपी नेताओं ने भी उनकी आलोचना की थी. बीजेपी नेता और पूर्व गवर्नर तथागत राय ने भी पवन सिंह को आसनसोल से खड़ा करने के लिए BJP की आलोचना की. ऐसे में पवन सिंह पर लगातार सवाल भी खड़े हो रहे थे.
एक कारण यह भी बताया
इधर, दूसरी ओर एक कारण और भी यह बताया जा रहा कि, भोजपुरी स्टार पवन सिंह को चुनाव लड़ने के लिए बंगाल भेज दिया गया. ऐसे में उन्हें यह लगा होगा कि जिस तरह से उन्हें सोशल मीडिया पर घेरा जा रहा है और भोजपुरी भाषी क्षेत्र से टिकट नहीं मिला है तो हो सकता है कि चुनावी मैदान में वह पिछड़ जाएं. सामने वाले से मुकाबला ना कर पाएं क्योंकि उनके लिए यह पहला मौका है. वह नहीं चाहते हैं कि किसी भी कीमत पर इस चुनाव में हार जाएं. बता दें कि चर्चा तो यह भी थी कि पवन सिंह आरा सीट से लड़ेंगे. अगर बिहार में किसी सीट से उनका नाम तय गया होता तो ऐसा हो सकता था कि वह शायद इस तरह का फैसला 24 घंटे में नहीं लेते. हालांकि, सीट छोड़ने को लेकर कयासों का सिलसिला लगातार जारी है. बात करें पवन सिंह की तो वे एक भारतीय पार्श्व गायक हैं. उन्हें उनके भोजपुरी गीत, लॉलीपॉप लागेलु के लिए जाना जाता है. भोजपुरी फिल्म में उनके काम के लिए उन्हें दो अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं. पवन सिंह का जन्म 5 जनवरी 1986 में आरा, बिहार में हुआ था. वो एक एक राजपूत परिवार ताल्लुक रखते हैं.