देश की सबसे तेज चलनेवाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों कई राज्यों को दी. शुरुआत में ट्रेन का रंग नीला और सफेद था. लेकिन, इसके बाद ट्रेन का रंग नारंगी और काला कर दिया गया. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का रंग बदलने को लेकर कई तरह की बातें सामने आई. कई बार इसे राजनीतिक नजरिये से भी देखा गया. लेकिन, अब आखिरकार खुलासा हो ही गया कि, आखिर क्यों वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के रंग को बदलकर नारंगी कर दिया गया. इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ही जानकारी दी है.
रेल मंत्री ने बताया नारंगी रंग की वजह
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ कर दिया है कि रेल के नारंगी रंग के पीछे कोई राजनीति नहीं है, बल्कि इसकी वजह बेहद साइंटिफिक है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, 'मानव आंखों के लिए, दो रंग सबसे आसानी से दिखने वाले माने जाते हैं- पीला और नारंगी. यूरोप में लगभग 80 प्रतिशत ट्रेन या तो नारंगी होती हैं या उनमें पीले और नारंगी का संयोजन होता है.' उन्होंने कहा, 'सिल्वर रंग जैसे और भी कई रंग हैं, जो पीले और नारंगी जैसे चमकीले होते हैं लेकिन अगर हम मानव आंखों की दृश्यता की दृष्टि से बात करें तो ये दो रंग सबसे अच्छे माने जाते हैं.' उन्होंने कहा कि, 'इन्हीं कारणों से विमानों और जहाजों में ब्लैक बॉक्स नारंगी रंग के होते हैं. यहां तक कि बचाव नौकाएं और जीवन रक्षक जैकेट भी नारंगी रंग की होती हैं जिनका इस्तेमाल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल करता है.'
वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन की झलक आई सामने
बता दें कि, हाल ही में रेल मंत्री के द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन की भी झलक सोशल मीडिया पर दिखाई है. कुछ तस्वीरें साझा की गई थी. जिसके बाद संभावनाएं जताई जा रही हैं कि रेल यात्रियों के सफर को और सुखद बनाने के लिए वंदे भारत अब स्लीपर कोच के साथ आने के लिए तैयार है और 2024 के मध्य तक दुनिया के सामने आ सकती है. हालांकि, तारीख को लेकर सरकार ने अब तक कोई खुलासा नहीं किया है. नई स्लीपर वर्जन ट्रेन और भी कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.