राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आरजेडी की 'जन विश्वास महारैली' में कार्यकर्ताओं और समर्थकों की अपार भीड़ जुटी. महागठबंधन के तमाम दिग्गजों ने इस रैली में शिरकत की थी. खास करके आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के मंच पर आते ही मौके पर मौजूद समर्थक और भी ज्यादा जोश से भर गए. इस दौरान गौर करने वाली बात यह भी थी कि, करीब-करीब पूरा लालू परिवार इस दौरान मंच पर मौजूद था. लालू यादव, तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी के साथ-साथ उनकी दोनों बेटियां मीसा भारती और रोहिणी आचार्य भी मौजूद थी. इन सबसे में आकर्षण का केंद्र रोहिणी आचार्य तब बनीं जब लालू यादव ने मंच से उनका नाम लिया.
सियासी गलियारे में चर्चा तेज
बता दें कि, पहली बार रोहिणी आचार्य गांधी मैदान के ऐतिहासिक मंच पर पहुंची थी. पिता लालू यादव के कहने पर उन्होंने समर्थकों का अभिवादन भी किया. तो वहीं, इस प्रक्रम को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा खूब जोरों से होनी शुरु हो गई है. दरअसल, राबड़ी, तेजस्वी, तेज प्रताप और मीसा भारती के बाद अब रोहिणी आचार्य के सक्रिय राजनीति में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं हैं. बता दें कि, महारैली में लालू प्रसाद ने अपने संबोधन के दौरान रोहिणी आचार्य का जिक्र भी किया और बताया कि, किडनी डोनेट कर उन्होंने जीवनदान दिया है. आपको बता दें, बीते कुछ महीनों में रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया के जरिए बिहार की एनडीए सरकार और बीजेपी पर लगातार हमलावर होती रही हैं. कई बार उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार भी रहे हैं और अब लालू यादव ने खुद उनकी एंट्री जन विश्वास महारैली के मंच से राजनीति में करा दी है.
रोहिणी आचार्य ने कही थी ये बात
वहीं, रोहिणी आचार्य के राजनीति में एंट्री को लेकर मुख्य रुप से चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि, इससे पहले जब रोहिणी आचार्य अपने ससुराल काराकाट के दाउदनगर पहुंची थी, तो चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि, अगर क्षेत्र की जनता की इच्छा होगी तो वह चुनाव लड़ेंगी. वहीं, अब राजनीति में एंट्री के बाद उनके लोकसभा चुनाव में उतरने की अटकलें तेज हो गई हैं. वे काराकाट लोकसभा क्षेत्र से उतर सकती हैं. इधर, बता दें कि फिलहाल तो जदयू के महाबली सिंह इस सीट से सांसद हैं. आपको बता दें, लालू यादव की बेटी रोहिणी अपने पति के साथ सिंगापुर में रहती हैं. लेकिन, बिहार और राष्ट्रीय स्तर की हर घटना पर वह सोशल मीडिया के माध्यम से एक्टिव रहती हैं और जब भी आरजेडी पार्टी या फिर लालू परिवार पर सवाल उठते हैं तब वह अपनी प्रतिक्रिया देने से पीछे नहीं हटती हैं.
लालू यादव को दी अपनी किडनी
यह भी याद दिला दें कि, पिता लालू यादव को रोहिणी ने अपनी किडनी दी. उसके बाद से रोहिणी की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है. लोगों ने उन्हें एक जिम्मेदार और संवेदनशील बेटी बताया और जमकर तारीफ की. पार्टी की ओर से भी रोहिणी की सराहना की गयी. ऐसे में रोहिणी को टिकट मिलने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी. खैर चर्चाओं का बाजार तो पूरी तरह से गर्म है लेकिन क्या सच में रोहिणी आचार्य लोकसभा का चुनाव लड़ती हैं, यह तो देखने वाली बात होगी.