6 नवंबर से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है. आज विपक्ष के हंगामे के साथ सत्र की शुरुआत हो गई. बिहार के मुखिया नीतीश कुमार भी सदन पहुंच गए हैं. सीएम नीतीश कुमार के सदन पहुंचते ही संसदीय कार्यमंत्री विजय चौधरी और मंत्री श्रवण कुमार ने बुके देकर स्वागत किया. बता दें कि, इस बार का शीतकालीन सत्र 6 नवंबर से 10 नवंबर तक चलने वाला है. ऐसा कहा जा रहा था कि, बीजेपी इस बार जातीय गणना की रिपोर्ट और शिक्षक बहाली के मुद्दे को सदन में उठाएगी. जिसको लेकर जबरदस्त हंगामा होने के संकेत मिल रहे हैं.
बता दें कि, सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी. इस दौरान सरकार कई विधेयक भी पास कराएगी. वहीं, आज एक तरफ जहां सदन के बाहर विपक्ष का तमाम मुद्दों को लेकर हंगामा जारी है तो वहीं दूसरी तरफ सदन के अंदर कार्यवाही जारी है. शीतकालीन सत्र को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यवस्था की गई है. दरअसल, सत्र के दौरान त्रिस्तरीय सुरक्षा और विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए 70 मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी के अलावा 800 पुलिस बल के जवान प्रतिनियुक्त किये गये हैं. बिना प्रवेश पास के अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी.
यह भी बता दें कि, पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जायेगी. आठ क्यूआरटी भी क्रियाशील रहेंगे. इसके अलावे विधान मंडल के आस-पास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू रहेगी. सत्र के पहले ही दिन राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी. सत्ता पक्ष की ओर से विपक्ष से अपील की गई है कि, वह सत्र के सफल संचालन में सहयोग करें.
उधर, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को लेकर बीजेपी ने भी कमर कस ली है. दरअसल, कई अहम मुद्दों को लेकर बीजेपी शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार को घेरेगी. इन्हीं मुद्दों को लेकर आज शाम को नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के आवास पर बैठक होगी. इस दौरान बीजेपी के कई नेता मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही बिहार सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी.